मेनका गांधी मोदी कैबिनेट में जिन्हें जगह नहीं मिल सकी उनमें सबसे प्रमुख नाम है मेनका गांधी का। मेनका पिछली सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री थीं। लेकिन इस बार उन्होंने मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। हालांकि, चर्चा है कि उन्हें लोकसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
महेश शर्मा पिछली सरकार में पर्यटन मंत्री रहे महेश शर्मा को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली। कहा जा रहा है कि उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। अनुप्रिया पटेल
भाजपा की सहयोगी अपना दल की संरक्षक अनुप्रिया पटेल को भी इस बार मोदी कैबिनेट से बाहर किया गया है। माना जा रहा है कि वे इस बार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की मांग कर रही थीं, लेकिन उनकी मांग पर बीजेपी की तरफ से कोई क़ल नहीं आया।
अरुण जेटली नई कैबिनेट में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल नहीं हैं। उनका प्रभार संभालने की जिम्मेदारी निर्मला सीतारमण को सौंपी गई है। हालांकि, अरुण जेटली ने पहले ही स्वास्थ्य कारणों से मंत्री बनने से इंकार कर दिया था।
सुषमा स्वराज पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी नई सरकार का हिस्सा नहीं हैं। उनके मंत्री बनने पर पहले ही असंमजस था। सुषमा स्वराज ने पहले ही स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। ऐसे में वे नई सरकार का हिस्सा भी नहीं बन सकीं।