ये भी पढ़ें- सपा-बसपा गठबंधन के बाद भाजपा यूपी चुनाव प्रभारी ने किया बड़ा ऐसा ऐलान आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर सपा का हो सकता है प्रत्याशी- सूत्रों के अनुसार, बुधवार सुबह अखिलेश यादव व जयंत चौधरी के बीच हुई करीब डेढ़ घंटे की मीटिंग में आरएलडी को दो के बजाए तीन सीट देने की बात हुई है। नए फार्मूले के तहत सपा मुखिया ने अपनी एक सीट आरएलडी को देने का मन बयाना है, जिसमें आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर सपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ सकता है। हालांकि इस पर औपचारिक ऐलान होना अभी बाकी है, लेकिन यदि इस गणित के साथ गठबंधन हुआ तो बागपत से जयंत चौधरी, मुजफ्फरनगर से अजित सिंह और मथुरा से संजय लाठर उम्मीदवार हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी व सुषमा स्वराज ने एक साथ प्रेस कांफ्रेंस कर प्रवासी भारतीय दिवस समारोह पर किया बड़ा ऐलान कैराना उपचुनाव वाला फॉर्मूला अपना सकते यहां- दरअसल इसके पीछे बीते साल हुए कैराना लोकसभा उपचुनाव का फार्मूला सामने आ रहा है, जिसमें सपा की नेता तबस्सुम हसन को रालोद के टिकट पर गठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया था और तबस्सुम ने भाजपा से बड़े अंतर से ये सीट जीत ली थी। वहीं आज बुधवार को जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कैरान उपचुनाव का जिक्र कर इशारों-इशारों में रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि कैराना में हमने एक दूसरे के साथ तालमेल बनाया, लचीलापन अपनाया। हमने अपना पराया नहीं देखा और सफलता हासिल की। अब क्या वे इसी फार्मुले पर अखिलेश से डील पक्की करेंगे, यह जल्द ही सभी को पता चल जाएगा।