योगी सरकार के तीसरे कैबिनेट विस्तार में 4 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। मंत्री बनने वालों में ओम प्रकाश राजभर , दारा सिंह चौहान, सुनील शर्मा, और अनिल कुमार शामिल है।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कैबिनेट विस्तार करके प्रदेश की बीजेपी सरकार ने जातीय समीकरण को साधने का प्रयास किया है। ब्राह्मण से लेकर पिछड़ा और दलित नेताओं को योगी मंत्रिमंडल में जगह मिला है।
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। पूर्वांचल में राजभर समाज के लोगों की संख्या ठीक-ठाक है। पूर्वांचल के करीब 15 से अधिक जिलों में ओम प्रकाश राजभर का प्रभाव हैं। वाराणसी, आजमगढ़, सोनभद्र, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, बलिया, मऊ, देवरिया जैसे जिलों में ओम प्रकाश राजभर का प्रभाव ज्यादा है। वहीं उनके मंत्री बनने के बाद राजभर समाज के साथ-साथ पिछड़ा समाज के लोगों का भी समर्थन बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को मिल सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल की गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, आंबेडकर नगर , घोसी लोकसभा सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। वहीं मछलीशहर लोकसभा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट मात्र 181 वोट से जीत दर्ज कर पाने में सफल हुए थे।
राजभर के अलावा दारा सिंह चौहान को भी मंत्री बनाया गया है। दारा सिंह चौहान कुर्मी समाज से आते हैं। दारा सिंह चौहान को मंत्री बना कर बीजेपी ने कुर्मी मतदाताओं को साधने का भी प्रयास किया है। जानकारी के लिए बता दें कि 2022 विधानसभा चुनाव से पहले दारा सिंह बीजेपी को छोड़ सपा में शामिल हो गए थे। लेकिन बाद में उन्होंने सपा के विधायकी पद से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर से बीजेपी में शामिल हो गए। सुनील शर्मा को मंत्री बना प्रदेश की बीजेपी सरकार ने ब्राह्मण समाज को साधने का काम किया है। वहीं आरएलडी के विधायक अनिल कुमार को मंत्री बना के योगी सरकार ने प्रदेश के दलित समाज को विश्वास में लेने का प्रयास किया हैं। अनिल कुमार जाटव समाज से आते हैं। वेस्ट यूपी में जाटव समाज की संख्या करीब 20% से अधिक है।