शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान जारी होने के बाद अधिकरियों ने नगरों के अस्तित्व में आने के संबंध में प्रमाणिक तिथियां तलाशने की तैयारी शुरू कर दी है।
इतिहास, संस्कृति और सभ्यता के प्रति लोगों को जागरूक करना सीएम योगी की मंशा शहर के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता के प्रति नागरिकों में गर्व की भावना जगाना और शहर की विशिष्ट पहचान सुनिश्चित करना है। नगर विकास विभाग के द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि शहर से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं को तारीख के हिसाब से तैयार किया जाए । जिसमें ऐतिहासिक, पौराणिक, विरासत स्थल, पार्कों को सूचीबद्ध करने के साथ ही शहर के महापुरुषों और यहां की पौराणिक कथाओं से जुड़े प्रेरक किस्से शामिल किए जाएंगे।
हर साल मनाया जाएगा जन्मदिन नगरों के सृजन की वास्तविक तिथि निर्धारित होने के बाद हर साल भव्य तरीके से कार्यक्रमों की योजना बनाई जाएगी। शहर के ऐतिहासिक स्थलों, पार्कों और अन्य स्थानों पर शहर के जन्मदिवस पर ध्वजारोहण किया जाएगा और राष्ट्रगान गाया जाएगा।
इन आयोजनों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ लोक कला, साहित्य एवं संस्कृति से जुड़े लोगों के अलावा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, पूर्व सैनिकों, महत्वपूर्ण खिलाड़ियों, बुद्धिजीवियों को भी बुलाया जाएगा।