कांवड़ यात्रा के दौरान विशेष तैयारियां
परिवहन मंत्री ने कहा है कि 22 जुलाई से 19 अगस्त, 2024 तक पूरे एक माह कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों पर जल चढ़ाने के लिए जाते हैं। इस दौरान चलने वाली बसें साफ-सुथरी एवं फिट बसों का ही संचालन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि बस स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए और स्टेशन परिसर एवं बैठने वाले जगह की साफ-सफाई भी सुनिश्चित की जाए।
प्रमुख मार्गों पर विशेष ध्यान
दयाशंकर सिंह ने निर्देश दिये हैं कि इस दौरान आगरा, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़ एवं सहारनपुर क्षेत्र के मार्ग मुख्य रूप से संचालन हेतु तैयारियां कर लें, क्योंकि इन रूटों पर अधिक संख्या में शिव भक्तों का आवागमन रहता है। साथ ही लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर से वाराणसी एवं प्रयागराज हेतु अतिरिक्त बसों के संचालन के भी निर्देश दिये गए हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री वाराणसी एवं प्रयागराज जाते हैं।
यात्री सुविधाओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं
परिवहन मंत्री ने कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए क्षेत्रीय मुख्यालय स्तर पर 24 घंटे क्रियाशील कन्ट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि श्रावण मास के दौरान बस चालकों का ब्रीथ एनलाइजर टेस्ट अवश्य किया जाए। सावन माह में हर सोमवार और श्रावण शिवरात्रि के दिन जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित डायवर्जन/वैकल्पिक मार्ग पर ही बसों का संचालन हो, जिससे किसी को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार
परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांवड़ यात्रा मार्ग निगम बसों के कारण अवरूद्ध न हो और निगम के अधिकारी/कर्मचारी श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए तत्पर रहें। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं कि किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही भी की जाए।