हल्की बारिश से यूपी के कई जिलों के किसानों के चेहरे खिलेेेेे
– गेहूं, चना, मटर, सरसों के साथ-साथ आलू जैसी सब्जियों के लिए हल्की बारिश बेहद लाभकारी – हल्की बारिश रबी फसलों के लिए वरदान – खाद्यान्न उत्पादन बढ़ने की संभावना
हल्की बारिश से यूपी के कई जिलों के किसानों के चेहरे खिलेेेेे
लखनऊ. यूपी में चार फरवरी से होने वाली हल्की बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। अधिक शीतकालीन वर्षा न होना गेहूं, चना, मटर, सरसों के साथ-साथ आलू जैसी सब्जियों के लिए बेहद लाभकारी होगा। यूपी के करीब 36 जिलों में हुई हल्की बारिश रबी फसलों के लिए अमृत जैसा वरदान हो गई है।
मौसम विभाग का आने वाले 24 घंटे में यूपी के कई जिलों में बारिश, तेज हवाएं और ओले गिरने का अलर्ट यूपी मौसम विभाग का अनुमान शत प्रतिशत सही साबित हुआ जिसमें उन्होंने गुरुवार- शुक्रवार को बारिश होने का अनुमान लगाया था। पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मध्य क्षेत्र में हल्की बरसात हुई। मौसम का यह मिजाज किसानों को सुकून देने वाला दिखा है। ओलावृष्टि और ज्यादा बरसात न होने से खाद्यान्न उत्पादन बढ़ने की संभावना बढ़ गई है।
कम वर्षा फसलों के लिए शुभ संकेत :- संयुक्त कृषि निदेशक राजेश गुप्ता बताया कि, शीतकालीन वर्षा अधिक न होना खेती के लिए बेहद अच्छा रहा। यह खासकर गेहूं, चना, मटर व सरसों जैसी फसलों के अलावा आलू व अन्य सब्जियों के लिए लाभकारी होगा। गत वर्ष की तरह इस बार अब तक ओलावृष्टि व अधिक वर्षा की कोई सूचना न मिलना फसलों के लिए शुभ संकेत है।
आलू का उत्पादन बढ़ेेेेेेेगा :- आलू उत्पादक अलीगढ़ के एक किसान ने बताया कि, इस सीजन में अधिक ठंड रहना फसलों के लिए मुफीद रहा। फसलों में रोग कीट आदि का प्रकोप भी न्यूनतम रहा है। ऐसे में उत्पादन बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आलू उत्पादन बढ़ने की संभावना को देखते हुए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
शीतगृह समय से संचालित करने का निर्देश :- उद्यान निदेशक आरके तोमर ने बताया कि अन्य राज्यों में आलू निर्यात की संभावना तलाशने के लिए आधा दर्जन स्थानों पर प्रदर्शनी व बायर मीट आयोजित की जा रही है। भंडारण की समस्या न होने देने के लिए सभी शीतगृह समय से संचालित करने को कहा गया है।