लखीमपुर खीरी हिंसा पर भाजपा सांसद वरुण गांधी का सीएम योगी को पत्र, सीबीआई जांच और एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बीजेपी के भीतर भी विवाद बढ़ता दिख रहा है। सांसद वरुण गांधी अपनी ही पार्टी की सरकार को इस मुद्दे पर लगातार घेरते दिख रहे हैं। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रविवार को अपने ट्विट पर लिखा कि, लखीमपुर खीरी की घटना को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में तब्दील करने की कोशिश हो रही है। ये न सिर्फ़ अनैतिक है बल्कि झूठ भी है। ऐसा करना ख़तरनाक है और उन जख़्मों को कुरेदने जैसा है, जिन्हें ठीक होने में पीढ़ियां लगीं। हमें तुच्छ राजनीति को राष्ट्रीय एकता के ऊपर नहीं रखना चाहिए।
भाजपा सरकार की कई बार की आलोचना :- तीन अक्तूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा हुई। उसके बाद से सांसद वरुण गांधी लगातार किसानों के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं। इस हिंसा पर योगी सरकार को खत भी लिख चुके हैं और पीड़ित परिवारों के लिए इंसाफ और दोषियों के लिए सजा की मांग कर चुके हैं। इस से पहले भी वरुण गांधी ने किसान आंदोलन के समर्थन में कई ट्विट जारी किए थे। गन्ने के मूल्य को 400 रुपए प्रति कुंतल करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी थी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की लिस्ट में वरुण का नाम गायब :- भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की लिस्ट सात अक्टूबर को जारी की गई। इस लिस्ट में वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का नाम नदारद था। भाजपा का यह इनाम वरुण गांधी की नाराजगी को बढ़ाने के लिए काफी है।