कानपुर और लखनऊ के साथ उन्नाव को भी राज्य राजधानी क्षेत्र के रूप में विकसित करने और कानपुर-लखनऊ को ट्विन सिटी बनाने का निर्देश शासन ने दिया है। इसी के तहत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम ट्रैक बिछाने के प्रोजेक्ट को मूर्त रूप में लाने की कवायद की गई है। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने शासन के निर्देश पर ही आरएफपी तैयार किया है। इसमें गंगा बैराज से अमौसी के बीच रैपिड रेल चलाने का प्रस्ताव है। इसकी अनुमानित दूरी लगभग 58 किलोमीटर है। आरएफपी के मुताबिक कानपुर और अमौसी के बीच सिर्फ जैतीपुर और उन्नाव में ही स्टॉपेज दिए जाएंगे। जैतपुर को इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि वहां बड़ा औद्योगिक हब विकसित हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस के बाद इसकी बैठक शासन स्तर पर होगी। सर्वे के लिए एजेंसी नामित की जाएगी। केडीए इसके लिए टेंडर निकालेगा। प्रोजेक्ट की कमेटी में औद्योगिक विकास आयुक्त, प्रमुख सचिव आवास, कानपुर और लखनऊ के कमिश्नर, केडीए वीसी, उच्चस्तरीय विकास समिति के संयोजक नीरज श्रीवास्तव और यूपीसीडा के एसीईओ हैं। कानपुर के कमिश्नर इसके नोडल अधिकारी हैं।
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स्वाद एकदम Chicken जैसा और 65 फीसदी से अधिक प्रोटीन देगा ये वेजिटेरियन Non-Veg रैपिड रेल से कानपुर मेट्रो की कनेक्टिविटी हो जाएगी। रावतपुर स्टेशन से चकेरी एयरपोर्ट तक मेट्रो ट्रैक बनेगा। चकेरी एयरपोर्ट से अमौसी एयरपोर्ट भी सीधे जुड़ जाएगा।
आरआरटीएस प्रोजेक्ट कमेटी सदस्य नीरज श्रीवास्तव को अनुसार कानपुर से लखनऊ के बीच रैपिड रेल चलाने की तैयारी तेज हो गई है। शासन स्तर पर सोमवार को ही बैठक बुलाई गई थी मगर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक स्थगित हो गई। अब 15 अगस्त के बाद की तिथि तय की जाएगी।