बीएनपीएल का ऑप्शन चुनने वाले ग्राहकों को कंपनियां पेमेंट के लिए 15 से 45 दिनों का वक्त देती हैं। निर्धारित तारीख तक बिल पेमेंट नहीं करने पर कंपनी की तरफ से ब्याज लगता है। क्रेडिट कार्ड पर आपको सामान दिया जाएगा या नहीं यह एलोगरिथम प्रोसेस पर निर्भर करता है। इसी के साथ एमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को खरीदारी करने के लिए पे लेटर यानी कि बाद में पेमेंट करने की सुविधा देती हैं। कई बार लोग इस सुविधा का फायदा भी लेते हैं लेकिन बाद में पेमेंट नहीं करते हैं। इससे आपका सिबिल स्कोर प्रभावित होता है।
लोन लेने में होती है परेशानी पे लेटर सुविधा का लाभ लेने के नाम पर भुगतान न करने पर नुकसान ग्राहक का ही होता है। इससे आगे चलकर भारी परेशानी हो सकती है। बाद में कभी बैंक से पर्सनल या कोई और लोन लेना हो तो भारी-भरकम चार्ज पर लोन मिलेगा। बाकी लोगों को अगर 10 परसेंट पर लोन मिलेगा तो बीएनपीएल के डिफाल्टर को 12 परसेंट से ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है। अधिकतर बैंक में लोन देने से पहले व्यक्ति का सिबिल स्कोर चेक किया जाता है।
पे लेटर का नहीं लेते लाभ पेशे से डॉक्टर राजधानी लखनऊ के रहने वाले सौरभ शुक्ला कहते हैं कि वह पे लेटर की सुविधा का इस्तेमाल नहीं करते। इससे शुरुआत में जितनी सुविधा मिलती है बाद में उतना ही नुकसान भी उठाना पड़ता है। पेमेंट अभी करो या बाद में, पैसे देने ही होते हैं। बेटे की फीस जमा करने व बहन की शादी के लिए उन्होंने लोन लिया था। उन्होंने कहा कि अगर वह समय पर पेमेंट नहीं करते तो सिबिल स्कोर के प्रभावित होने से उन्हें लोन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता। हालांकि, यह भ्रष्टाचारी को रोकने का बेहतरीन विकल्प है।