मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि जेएसवाई व पीएमएमवीवाई दोनों ही केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाएँ हैं। अभी तक दोनों की फीडिंग अलग-अलग पोर्टल पर होती थी लेकिन अब इस माह से जेएसवाई के लाभार्थियों की सूचना पीएमएमवीवाई के ही पोर्टल पर अपलोड किए जाने का निर्देश मिला है। इस संबंध में सभी शहरी व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्साधीक्षकों व अधीक्षिकाओं को निर्देश दिये हैं कि 19 सितम्बर तक प्राथमिकता के आधार पर वन टाइम स्पेशल ड्राइव चलाकर जेएसवाई के लाभार्थियों की सूचना प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) कैस के पोर्टल पर अंकित करें।
जिला समन्वयक सुनील नायर ने बताया कि इन दोनों योजनाओं का संचालन मातृ पोषण में सुधार के लिए किया जा रहा है। जेएसवाई का उद्देश्य संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है वहीं पीएमएमवीवाई का मुख्य उद्देश्य मातृ पोषण को बढ़ावा देना है। जेएसवाई की सूचना पीएमएमवीवाई के पोर्टल पर अपलोड करने उद्देश्य से यह अभियान चलाया गया है। जिन लाभार्थियों का जेएसवाई का भुगतान हो गया है और पोर्टल पर सूचना दर्ज़ नहीं है उनकी सूचना पीएमएमवीवाई पोर्टल पर अपडेट की गयी है। यह अभियान 5 सितम्बर से शुरू हुआ है जो कि 19 सितम्बर तक चलेगा।