सख्त प्रवर्तन और राजस्व में बढ़ोतरी
नितिन अग्रवाल ने अधिकारियों से कहा कि आबकारी विभाग को फेस्टिव सीजन के दौरान और अधिक सतर्क रहना होगा। उन्होंने सितंबर माह में विभाग द्वारा प्राप्त किए गए 3246.67 करोड़ रुपये के राजस्व की जानकारी दी, जो पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में अब तक 22,563.15 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियां हुई हैं, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 20,226.55 करोड़ रुपये था।
राजस्व प्राप्ति में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मिर्जापुर, अयोध्या और वाराणसी प्रभागों के अधिकारियों की सराहना की गई, वहीं न्यूनतम उपलब्धि वाले बस्ती, गोरखपुर और आजमगढ़ प्रभाग के अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई। आबकारी मंत्री ने निर्देश दिए कि इन प्रभागों में शत-प्रतिशत राजस्व अर्जित करने के प्रयास तेज किए जाएं।
सीमाओं पर निगरानी और कच्ची शराब पर रोक
नितिन अग्रवाल ने खास तौर पर चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब बॉर्डर की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन सीमाओं पर सक्रियता बढ़ाई जाए ताकि अन्य राज्यों से अवैध शराब उत्तर प्रदेश में न आ सके। इसके अलावा, जिलों में प्रर्वतन टीमों को भेजकर मदिरा की दुकानों का औचक निरीक्षण करवाने के भी निर्देश दिए गए। इस प्रक्रिया में जीएसटी टीम का सहयोग लिया जाएगा। कच्ची शराब पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाने पर जोर दिया गया है। आबकारी मंत्री ने कहा कि कच्ची शराब के निर्माण और वितरण को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर छापेमारी और तलाशी अभियान निरंतर जारी रहेगा।
विभागीय अभियान की सफलता
प्रमुख सचिव, आबकारी विभाग वीना कुमारी ने बैठक के दौरान बताया कि सितंबर माह में आबकारी टीम ने कुल 78,848 छापे मारे और 2,27,957 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई। इन मामलों में 330 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 4,63,947 छापेमारी की गई है, जिसमें 14,34,083 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई। तस्करी के लिए इस्तेमाल किए गए 118 वाहन जब्त किए गए और कुल 5,555 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है। इस बैठक में अपर आबकारी आयुक्त (प्रशासन) ज्ञानेश्वर त्रिपाठी सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जिलों के अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े थे।