क्या है पूरा मामला ?
साल 2019 जम्मू कश्मीर के ATS प्रभारी हिमांशु निगम ने लखनऊ ATS में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि 20 फरवरी 2019 को उन्हें जानकारी मिली कि लखनऊ में दोनों दोषी जैश ए मोहम्मद के लिए भर्ती कर रहे हैं और पैसे भी जुटा रहे हैं। सहरानपुर के देवबंद में धमाके के भी फिराक में हैं।
लखनऊ ATS ने किया गिरफ्तार
जम्मू कश्मीर ATS प्रभारी के दर्ज मुकदमे के आधार पर लखनऊ ATS ने दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया। लखनऊ ATS ने इनके पास से 3 पिस्टल, 30 कारतूस, 2 ग्रेनेड और अन्य हथियार बरामद किया था। ATS ने मजबूत एविडेंस जुटाकर 18 अगस्त 2019 को आरोप पत्र दाखिल किया था। कोर्ट ने सुनाई सजा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों आतंकी भारत में युवाओं को सोशल मीडिया के जोरिये बहका रहे थे। मंगलवार को विशेष न्यायाधीश (एनआईए/एटीएस) ने दोनों आतंकियों को दोषी करार देते हुए 7 साल की कठोर कैद और 30,000 रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई।