प्रेमा अवस्थी पूर्व विधायक पुत्तू अवस्थी की पत्नी हैं। गौरतलब है कि सोमवार को काफी जिद्दोजहद के बाद सोमवार को कांग्रेस ने इस पद के लिए कुसुम शर्मा के नाम की घोषणा की थी। कुसुम शर्मा आगरा की रहने वाली हैं। इनके पिता बैनाथ शर्मा जिला जज रहे हैं। इन्हें प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के करीबी होने का फायदा मिला है। कुसुम शर्मा 2004 से 2012 तक कमिश्नर से लेकर एमडी तक रहीं लखनऊ में…
– पूर्व आईएएस अधिकारी कुसुम शर्मा ने बीएचयू से 1974 में एमए किया। उसके बाद 1976 में पीसीएस अधिकारी बनीं।
– इन्होंने अपने कार्यकाल में 20 हजार से ज्यादा केसों को हैंडिल किया। 1997 में प्रमोट होकर इन्हें आईएएस बनाया गया।
– 2004 में एमडी महिला कल्याण बनाया गया। 2007 से 2012 तक बोर्ड आॅफ रेवेन्यू में जूडिशियल मेम्बर के तौर बनी रहीं।
बता दें कि प्रेमा अवस्थी पूर्व विधायक पुत्तू अवस्थी की पत्नी हैं। इसके अलावा डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की रिश्तेदार भी हैं। अचानक हुए इस बदलाव पर कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि ऊपर से आए आदेश के चलते यह फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। नामांकन करवाने आए कांग्रेस नेता देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया प्रेमा अवस्थी के उम्मीदवार बनने से राजधानी में कांग्रेस की स्थिति काफी मजबूत होगी।
कांग्रेस ने विनोद बंसल को आगरा, वंदना मिश्रा को कानपुर, शैलेंद्र मणि पांडेय को अयोध्या और ममता सूद ‘बाल्मीकी’ को मेरठ नगर निगम से महापौर पद का प्रत्याशी घोषित किया हैवहीं, फैजाबाद की नगर पंचायत बीकापुर से साहिबा देवी और नगर पालिका परिषद गोंडा में अध्यक्ष पद के लिए नूतन श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने गाजियाबाद नगर निगम से डॉली शर्मा, वाराणसी से शालिनी यादव, मथुरा (वृंदावन) से मोहन सिंह, सहारनपुर से शशि वालिया, मुरादाबाद से रिजवान कुरैशी, बरेली से अजय शुक्ला, झांसी से प्रदीप जैन,
अलीगढ़ से मधुकर शर्मा व फिरोजाबाद से शहजहां परवीन पर भरोसा जताया है।