यात्रा में हथियार प्रतिबंधित, डीजे की ध्वनि सीमा तय
अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ियों को अपने साथ भाले, त्रिशूल या किसी प्रकार के हथियार लेकर चलने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, यात्रा के रूट पर डीजे पर पाबंदी नहीं रहेगी, लेकिन नियमानुसार ध्वनि सीमा का पालन आवश्यक होगा। कांवड़ यात्रा की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन से की जाएगी, और तिरंगा लेकर चलने वाले श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रखी जाएगी।
8 कंबाइंड कंट्रोल रूम
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी और उत्तराखंड में 8 कंबाइंड कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। इन कंट्रोल रूम्स का संचालन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अधिकारी मिलकर करेंगे, ताकि कांवड़ियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पूरी यात्रा को 5 जोन में बांटा गया है।
हेल्थ और कांवड़ शिविर
यात्रा रूट पर जगह-जगह हेल्थ शिविर और कांवड़ शिविर बनाए जाएंगे। इन शिविरों में कांवड़ियों के ठहरने, आराम करने और खाने-पीने की व्यवस्था होगी। महिलाओं के लिए अलग से शिविर की व्यवस्था की गई है। हेल्थ शिविरों में एंटीवेनम इंजेक्शन भी मौजूद रहेंगे।
आईडी कार्ड की व्यवस्था
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यात्रा के लिए निकलने वाले श्रद्धालुओं को आईडी कार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इससे किसी भी समस्या के दौरान उनसे संपर्क कर सहायता प्रदान की जा सकेगी। ग्रुप में चलने वाले कांवड़ियों के ग्राम और थाने का उल्लेख भी अनिवार्य किया गया है।
यातायात और सुरक्षा प्रबंधन
यात्रा को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। जिन रूट्स से यात्रा निकलती है, वहां से भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। दिल्ली एक्सप्रेस वे, देहरादून एक्सप्रेस वे और चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर 21 जुलाई की रात 12 बजे से भारी वाहनों का प्रवेश बैन रहेगा।
बॉर्डर पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी, जिसमें डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता, आईबी, इंटेलिजेंस, एलआईयू की टीम एक्टिव रहेगी। इस प्रकार, कांवड़ यात्रा 2024 की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं, जिससे यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाया जा सके।