उत्तर प्रदेश आएगा चुनाव आयोग केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहाकि, आयोग ने फैसला लिया है कि, अगले सप्ताह उसकी टीम उत्तर प्रदेश जाकर हालात का जायजा लेगी। उसके बाद ही इस मामले में कोई ठोस फैसला लिया जाएगा।
ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने अपील की कि, कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाई जाए। संभव हो सके तो फरवरी में होने वाले चुनाव को एक-दो माह के लिए टाल दें, क्योंकि जीवन रहेगा तो चुनावी रैलियां, सभाएं आगे भी होती रहेंगी।
यह भी पढ़ें: चुनाव आयोग एक्शन में, बढ़ते कोरोना और विधानसभा चुनाव को लेकर स्वास्थ्य सचिव संग 27 दिसंबर को बड़ी बैठक दुर्भाग्यपूर्ण अपील – राम गोपाल यादव इलाहाबाद हाईकोर्ट की चुनाव टालने की अपील को सपा सांसद राम गोपाल यादव ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। यादव ने कहा कि, हाइकोर्ट में बैठे लोगों का इस तरह का अनचाहा फैसले लेना दुर्भाग्यपूर्ण है। सुप्रीम कोर्ट को ऐसे फैसले लेने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
पहले चुनावों के बारे में फैसला लेना होगा – अनुराग ठाकुर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहाकि, आचार संहिता लागू करने से पहले आयोग को चुनावों के बारे में फैसला लेना होगा। जब आयोग संहिता लागू करने का फैसला लेता है तब उन्हें फैसला करना होगा है कि चुनाव कराए जाएं।
दूसरी लहर का कहर सभी ने देखा था यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ओमीक्रोन दबे पांव अपना पर फैला रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बंगाल समेत दूसरे सूबों के चुनाव में देखा गया। इसके बाद दूसरी लहर का कहर सभी ने देखा था। उस दौरान चुनावी रैलियों की वजह से भी कोरोना बेकाबू हुआ।