कैंसर दवाओं में घोटाले का आरोप 21 जनवरी, 2016 को सीबीआई को नार्दन रेलवे के डिप्टी चीफ विजिलेंस अफसर विनोद कुमार की तरफ से कैंसर की दवाओं में घोटाले के आरोप की शिकायत मिली थी। उन्होंने नार्दन रेलवे के डिविजनल अस्पताल के पूर्व सीएमएम डॉ यूएस बंसल, तत्कालीन एसीएमएस डॉ. राकेश गुप्ता, सीनियर डीएमओ डॉ. सुनीता गुप्ता, फार्मासिस्ट एसएन गुप्ता व अस्पताल सहायक ताराचंद पर कैंसर की दवाओं के घोटाले का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद 12 जुलाई, 2016 को सीबीआई ने लखनऊ व रायबरेली में 14 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में डॉक्टर के यहां से एक करोड़ 59 लाख रुपये बरामद हुुए थे।
flashbag.patrika.com सीबीआई की पड़ताल में ये बात सामने आई कि डॉ. सुनीता और डॉ. राजीव कैंसर का इलाज करने में समर्थ नहीं हैं। इसके बावजूद वे लोग कागजों में कैंसर मरीजों को रोज ऐसे इंजेक्शन लगा रहे थे, जो तीन सप्ताह में एक बार लगता है। इसमें 15000 रुपये का इंजेक्शन मरीजों को लगाया जाता था। वहीं दूसरी पड़ताल में यह भी सामने आया कि जिन फर्मों के नाम पर दवाएं सप्लाई की जा रही थीं, वे मौजूद नहीं थीं। घोटाले से जुड़े लोगों में कमिशन को लेकर हुए झगड़े के बाद यह मामला प्रकाश में आया।
सीबीआई की पड़ताल में डॉ. सुनीता गुप्ता के गोमतीनगर के विकल्प खंड और कानपुर रोड स्थित शारदानगर योजना में दो बड़े प्लॉट की जानकारी भी सामने आई है। इसमें गोमतीनगर वाला प्लॉट करीब 2800 वर्ग फीट और शारदानगर वाला 5000 वर्ग फीट के करीब है। सीबीआई के छापे के दौरान डॉ. सुनीता गुप्ता के एक बैंक खाते में 11.25 लाख से ज्यादा और डॉ. राजीव गुप्ता के केजीएमयू स्थित इलाहाबाद बैंक के खाते में करीब 58 लाख रुपये मिले थे।
प्रापर्टी की जानकारी भी आई सामने मामले में जब सीबीआई ने पड़ताल की तो डॉ. सुनीता के गोमतीनगर के विकल्प खंड और कानपुर रोड स्थित शानदार योजना में दो बड़े प्लॉट की जानकारी भी सामने आई। गोमतीनगर वाले प्लॉट में करीब 2800 वर्ग फीट और शारदानगर वाले प्लॉट में 5000 वर्ग फीट के करीब है। सीबीआई के छापे के दौरान डॉ. सुनीता गुप्ता के एक बैंक खाते में 11.25 लाख से ज्यादा और डॉ. राजीव गुप्ता के केजीएमयू स्थित इलाहाबाद बैंक के खाते में करीब 58 लाख रुपये मिले थे।