ये भी पढ़ें- भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की एक और list, देखें यूपी की 70 प्रत्याशियों की district wise list विधायकों ने जताया ऐतराज- झांसी से ब्राह्मण प्रत्याशियों में विधायक रवि शर्मा और वैद्यनाथ के चेयरमैन अनुराग शर्मा, लोध प्रत्याशियों में गंगा चरण राजपूत और विधायक जवाहर राजपूत, कुशवाहा प्रत्याशी में विधायक रामरतन कुशवाहा के नाम प्रमुख रूप से चर्चा में थे। सूत्रों की मानें तो जब भाजपा और आरएसएस की ओर से अनुराग शर्मा का नाम प्रत्याशी के रूप में सामने आया तो झांसी सदर विधायक रवि शर्मा, बबीना विधायक राजीव सिंह, ललितपुर विधायक रामरतन कुशवाहा ने इस पर मौखिक एतराज जताया था। बताया जा रहा है कि यह सभी भी संसदीय चुनाव की उम्मीदवारी के रेस में शामिल होना चाहते थे। वहीं इनके ऐतरात के बाद उमा भार्ती ने प्रत्याशी का ऐलान रुकवा दिया और मामला अटक गया। लेकिन शनिवार को आखिरकार भाजपा ने उनके नाम का ऐलान कर दिया।
पिता रहे हैं राजनीति में- अनुराग शर्मा सक्रिय राजनीति में ज्यादा नहीं रहे, लेकिन उनके पिता पं. विश्वनाथ शर्मा राजनीतिक में बड़ा नाम रहा है। वह 1974-77 में जिला परिषद, झांसी के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वह 1980 से 1984 तक झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद रहे। फिर वह भाजपा में शामिल हुए और 1991 से 1996 तक हमीरपुर सीट से भाजपा के सांसद रहे।
बुन्देलखण्ड की चार सीटों पर प्रत्याशी किए घोषित- इसी के साथ बुन्देलखण्ड की चार सीटों पर प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। इस बार भी भाजपा ने हमीरपुर से पुष्पेंद्र सिंह चंदेल और जालौन से भानु प्रताप वर्मा को दोबारा टिकट दिया है। वहीं झांसी से अनुराग शर्मा व बांदा से सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा की जगह आर के पटेल को उम्मीदवार घोषित किया गया है।