पिक आवर से पहले काम करने का चलेगा अभियान
इसे देखते हुए, उपभोक्ताओं को प्रेरित किया जाएगा कि वे इस समय के दौरान बिजली का उपयोग कम करें और अपने कामकाज को पीक आवर से पहले या बाद में पूरा करें। ऐसा करने से बिजली की मांग संतुलित होगी, और कंपनियां कम खर्च में बिजली उपलब्ध करा सकेंगी। सोलर से उत्पन्न सस्ती बिजली मिलती है सस्ती
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सस्ती बिजली देने की दिशा में काम करने का निर्देश मिलने के बाद से इस दिशा में लगातार कई पहल किए जा रहे हैं। बिजली विभाग के एक बड़े अधिकारी का कहना है कि इस समय हमें दिन के समय सोलर से उत्पन्न सस्ती बिजली 2.50 से 3.00 रुपये प्रति यूनिट की दर से मिल जाती है।
सभी घरों में लगेंगे स्मार्ट मीटर
यदि उपभोक्ता अपने अधिक बिजली खपत वाले काम दिन के समय निपटाने लगें, तो सस्ती बिजली उपलब्ध कराना अधिक आसान हो जाएगा। सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली की मांग और खपत का सटीक डेटा हर समय प्राप्त किया जा सकेगा, जिससे प्रबंधन में सुविधा होगी।
सस्ती बिजली देने की योजना पर हो रहा काम
एचटी के रिपोर्ट के मुताबिक, ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव नरेंद्र भूषण ने बताया कि पीक आवर के दौरान बिजली की अधिक मांग पूरी करने के लिए पावर एक्सचेंज से बिजली खरीदनी पड़ती है, जिसकी कीमत प्रति यूनिट नौ से दस रुपये तक होती है। इसी समय प्रदेश में बिजली की मांग अपने पीक पर रहती है। उपभोक्ताओं को सिर्फ शाम छह से रात 10 बजे के बीच कम बिजली का इस्तेमाल करना होगा।। ऐसा होने पर उपभोक्ताओं को 25 फीसदी तक सस्ती बिजली दी जा सकेगी। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। अन्य महत्वपूर्ण कदम जो उठाए गए हैं
● नवीकरणीय ऊर्जा (रिन्युवल एनर्जी) के उत्पादन के लिए यूपी ने एनटीपीसी ग्रीन इनर्जी के साथ ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। ● बुंदेलखंड में 4000 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क यूपीनेडा द्वारा स्थापित किया जा रहा है। इस पार्क से बिजली की निकासी के लिए 20 ट्रांसमिशन सब स्टेशन बनाए जा रहे हैं।