दरअसल कोरोना काल में अदरक की मांग काफी बढ़ी थी। चूंकि अदरक एक इम्युनिटी बूस्टर की तरह काम करता है इसलिए लोग अदरक का सेवन कर बिमारियों से दूर रहने की कोशिश करते रहते है। इसी बात का फायदा उठा कर कुछ लोगों ने मार्केट में नकली अदरक बेचना शुरू कर दिया हैं। अदरक के नाम पर मार्केट में पहाड़ी जड़ों की बिक्री की जा रही है। ये देखने में बिलकुल अदरक जैसे नजर आती हैं। ये काफी सस्ते दाम पर मिल जाती है। ऐसे में मुनाफा कमाने के लिए लोग इन जड़ों को ही अदरक बताकर बेच रहे हैं।
जानिए क्या है नकली अदरक की पहचान
अब सवाल उठता है कि इन जड़ों को कैसे पहचाना जाए? ये देखने में अदरक जैसे ही नजर आते हैं। ऐसे में असली और नकली अदरक की पहचान कैसे की जाए? अगर आपको जानकारी है तो पहचान करना काफी आसान है। कई तरीकों से नकली अदरक को पहचाना जा सकता है। सबसे पहले तो अदरक खरीदते हुए उसे सूंघें। असली अदरक से तेज खुशबू आती है। अगर आपने अदरक को सुंघा और उससे कोई स्मेल न आए तो समझ जाएं कि ये नकली है। पहाड़ी जड़ से स्मेल नहीं आती है।
ऐसे करें असली अदरक की पहचान
इसके अलावा अदरक खरीदते हुए उसकी चमड़ी को नाख़ून से खुरचें। अगर छिलका पतला है और वो नाख़ून से उतर रहा है। साथ ही नाख़ून में अदरक की गंध रह जा रही है तो अदरक असली है। आप उसे खरीद सकते हैं। मार्केट में चिकने अदरक भी काफी मिल रहे हैं। पहले अदरक में मिट्टी लगी रहती थी। लेकिन अब लोग पहले से साफ किये अदरक खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ये काफी नुकसानदायक है। चिकने अदरक को एसिड से धोया जाता है। ऐसे में इन्हें खाना हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर आप नकली अदरक खाएंगे तो हेल्थ पर अच्छे की जगह बुरा प्रभाव ही पड़ेगा। इसलिए कोशिश करें कि जब भी अदरक खरीदें अच्छे से जांच परख कर ही खरीदें।