अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले अरुण का खुला काटा चिट्ठा, ऐसे शुरू किया आपराधिक सफर
मीडियाकर्मियों को भी उनके पास तक नहीं जाने दिया। चिल्लाकर सवाल पूछे गए मगर विधायक ने किसी का जवाब नहीं दिया। वह मीडियाकर्मियों की ओर हाथ हिलाते हुए कोर्ट परिसर में दाखिल हो गए।विधायक इरफान की कोर्ट में पेशी के दौरान नया डीएफएमडी (डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर) लगाया गया। कोर्ट परिसर में प्रवेश के लिए उसी से होकर लोग दाखिल हो सकते थे। उसके पीछे हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर के साथ पुलिसकर्मी मौजूद था। चेकिंग के बाद ही कोर्ट परिसर में लोगों को जाने की अनुमति मिल रही थी।
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कैमरों से लगातार निगरानीड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के हाथ में कैमरे थे तो कुछ ने मोबाइल के कैमरे से सारी रिकॉर्डिंग की। कुछ पुलिसकर्मियों ने बॉडी वार्न कैमरे भी पहने हुए थे। विधायक के आने से लेकर कोर्ट परिसर के बाहर और फिर उनके वापस जाने तक पुलिस ने एक-एक मिनट की रिकॉर्डिंग की।
मार्च में पेशी के दौरान कानपुर की MP -MLA कोर्ट में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए उनकी पत्नी नसीम सोलंकी पहुंची थी। विधायक इरफान सोलंकी से जब पत्नी नसीम सोलंकी की मुलाकात नहीं हो पाई, तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। इस दौरान इरफान सोलंकी ने भी मीडिया से बातचीत की थी, लेकिन इस बार वह कुछ नहीं बोला। हालांकि पेशी के दौरान पुलिस का सख्त पहरा भी रहा।
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बांदा जेल में भी बढ़ाई गई सुरक्षा, बिना आधारकार्ड नो एंट्रीदो दिन पहले अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या से जेल के अंदर बंद माफियाओं की टेंशन बढ़ गई है। इनमें से एक हैं बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी। अतीक हत्याकांड के बाद बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा-व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। चारदीवारी के बाहर गश्त बढ़ा दी गई। कारागार परिसर में शहर कोतवाली की जेल चौकी है। बिना आधारकार्ड के वहां भी किसी फरियादी को नहीं जाने दिया गया।