बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आमतौर पर जोमैटो और स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म से लोग लगभग हर दिन खाना ऑर्डर करते हैं। ये ऐप्स अपने क्लाइंट लॉयल्टी का फायदा उठाते है। ऐसे में अमेजन चाहता है कि वो भी इस मौके को भुनाये।
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अमेजन के करीब 1 करोड़ प्राइम मेंबरशिप
अमेजन का मानना है फूड डिलिवरी बिजनेस की वजह से वो अपने प्राइम ऐप पर कस्टमर्स को देर तक रोक सकेगा। आमतौर पर अमेजन के इस ऐप पर लोग फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर ग्रोसरी तक की शॉपिंग करने आते हैं। मार्केट रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेजन के पास करीब 1 करोड़ प्राइम मेंबर्स हैं। ऐसे में फूड डिलिवरी सर्विस के बाद अमेजन प्राइम ऐप पर कस्टमर्स की संख्या में इजाफा होगा। साथ ही ट्रांजैक्शन की संख्या में भी तेजी होगी।
2000 करोड़ रुपये में हो सकती है डील
रिपोर्ट के मुताबिक, उबर ईट्स 300 मिलियन में अपना फूड डिलिवरी कारोबार बेचने के लिए तैयार हो सकती है। इसके पहले उबर ईट्स से इस डील को लेकर स्विगी की बात चल रही थी। लेकिन, वैल्युएशन समेत अन्य मसलों को लेकर दोनों कंपनियों में यह डील पूरी नहीं हो सकी।
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अभी सबसे पीछे है उबर ईट्स
बता दें कि स्विगी और जोमैटो से उबर ईट्स को बड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है। एक तरफ स्विगी ग्रोसरी डिलिवरी मार्केट पकड़ा बनाना चाहती है तो वहीं जोमैटो अपने जोमैटो गोल्ड मेंबरशिप के दम पर बाजार में पकड़ बनाये हुये है। इंडस्ट्री अनुमान के मुताबिक, पिछले स्विगी ने 8 लाख प्रतिदिन की दर से फूड डिलिवरी की थी। जबकि, जोमैटो 6.5 लाख ऑर्डर्स प्रतिदिन के हिसाब फूड डिलिवरी की थी। उबर इट्स की बात करें तो ये दोनों से पीछे रही थी। उबर ईट्स ने पिछले प्रतिदिन केवल 1.50 से लेकर 2 लाख ऑर्डर प्रतिदिन के हिसाब से फूड डिलिवरी किया था।