रिपोर्ट में बताया कि पदमपुरा में उसकी दो बहने पांची देवी व श्रवणी देवी की शादी की हुई। श्रवणी की शादी करीब 20 साल पहले पदमपुरा निवासी हनुमानराम मेघवाल के साथ की गई थी। शादी के बाद से ही हनुमान बहन श्रवणी के साथ मारपीट कर उसे परेशान करने लगा तथा बच्चे नहीं होने की बात को लेकर टार्चर करने लगा। इसके बाद पीहर पक्ष के लोगों ने हनुमान से समझाइश की, लेकिन कुछ दिन बाद ही हनुमान फिर से श्रवणी के साथ मारपीट करने लगा। मंगलवार की सुबह हनुमान व एक महिला ने श्रवणी के साथ झगड़ा कर मारपीट की। इस सब से परेशान होकर श्रवणी ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया।
मृतका ने दर्ज करवाया था मामला
भाई कल्याण ने बताया कि उसकी बहन ने अपने पति हनुमान से परेशान होकर कुछ महिनों पहले ही पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में पीहर पक्ष व ससुराल पक्ष के लोगों की समझाइश के बाद हनुमान ने कुछ दिनों तक परेशान नहीं किया। लेकिन जब श्रवणी को उसके पति हनुमान के किसी अन्य महिला से अवैध संबंधों के बारे में पता चला तो उसने इसका विरोध किया। विरोध करने पर हनुमान व महिला ने श्रवणी के साथ मारपीट की। तब दोनों के खिलाफ पुलिस थाने में नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था।
पदमपुरा में विवाहिता की मृत्यु के मामले में भाई की ओर से रिपोर्ट मिली, जिसमें जहरीला पदार्थ का सेवन कर जीवनलाल समाप्त करने का कारण बताया गया। सुसाइड नोट की जानकारी नहीं मिली। मामले को लेकर जांच शुरू कर दी।
जगदीश प्रसाद मीणा, सीआई, कुचामन सिटी
सुसाइड नोट!
विवाहिता की मौत को लेकर पीहर पक्ष के लोगों ने बताया कि विवाहिता के पास से सुसाइड नोट मिला बताया, जिसमें उसके पति हनुमान व अवैध संबंध रखने वाली महिला के खिलाफ परेशान करने का उल्लेख किया था। सुसाइड नोट गांव में चर्चा में रहा। इधर, सीआई जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि उन्हें ऐसा कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।