एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि कंसुआ बापू नगर निवासी तरुण राणा (27) ने 30 मई को थाने में दी रिपोर्ट में बताया था कि वह नयापुरा में 29 मई को सुंदरकाण्ड पाठ कर रात करीब 11.30 बजे घर के लिए रवाना हुआ। 12.30 बजे बजरंग नगर स्टील ब्रिज से आगे पहुंचा तो पीछे से बाइक सवार दो युवक आए और उसकी स्कूटर के आगे बाइक लगा दी। बाइक पर पीछे बैठे व्यक्ति ने स्कूटर को पैर से धक्का देकर नीचे गिरा दिया। इसी दौरान अज्ञात बाइक चालक ने पिस्टल निकालकर धमकाते हुए सोने की चेन और अंगूठी, चांदी का कड़ा और आईफोन ले लिया और थेगड़ा की तरफ फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया।
सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखी लूट
थानाधिकारी रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि अनुसंधान के दौरान घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी देखने पर पाया कि सड़क पर कोई भी व्यक्ति आता-जाता नजर नहीं आया। लूट की कोई घटना घटी हो, ऐसा कोई प्रमाण व तथ्य नहीं मिला। घटनाक्रम के बारे में अलग-अलग जानकारी देने पर फरियादी पर संदेह हुआ तो उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने लूट की झूठी कहानी रचकर झूठा मामला दर्ज कराना स्वीकार कर लिया।
1.50 लाख रुपए का कर्ज चुकाना है
थानाधिकारी ने बताया कि तरुण राणा का परिवार जयपुर में रहता है। कंसुआ में ससुराल है। ससुराल के पास में ही वह रहता है। उस पर 1.50 लाख रुपए का कर्ज है। शादी में ससुराल वालों ने ही चेन, अंगूठी व चांदी का कड़ा दिया था। उसकी अभी शादी हुई है। कर्ज चुकाने के लिए सामान बेचता तो पत्नी व ससुराल वालों को पता चल जाता। उन्हें पता नहीं चले और कर्ज भी चुक जाए, ऐसे में लूट की साजिश रची। सुनसान जगह देखकर घटना की जगह का चयन किया और चेन, अंगूठी, कड़ा और आईफोन को अराफात नगर स्थित पुराने घर में रख दिया। इसके बाद ससुराल वालों को लूट की झूठी कहानी बताकर रिपोर्ट दर्ज कराई।