हमराह में फिर लगा खुशियों का मेला, सिंगिंग-डांस की मस्ती में झूमा शहर, हर दिल को मिला सुकून
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में डॉ. पीके गुप्ता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। डॉ. सुमन खंगारोत को डॉ. टीएन शर्मा अवार्ड, डॉ. नीरज गुप्ता को डॉ. एसएन जैन अवार्ड से सम्मानित किया।
वरिष्ठजन अभिनन्दन समारोह: सांसद बिरला बोले- कोटा को बनाएंगे देश का सबसे बेहतरीन शहर
अस्थमा का पक्का इलाज नहीं जयपुर से आए डॉ. मनोहर गुप्ता ने बताया कि अस्थमा का स्थाई इलाज नहीं है। मेडिकल ट्रीटमेंट में कई नए तरीके इजाद हुए हैं, जो एक हद तक अटैक को रोक सकते हैं, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं कर सकते। मेपोलीजुमाब काफी हद तक अस्थमा अटैक को रोक सकता है।वकीलों ने रैली निकाल बनाई मानव शृंखला, बोले-हर हाल में कोटा में चाहिए हाईकोर्ट बैंच
दूसरा ट्रीटमेंट थर्मोप्लास्टी के जरीए दिया जाता है, लेकिन यह एपु्रव नहीं हुआ है। डॉ. विकास पिलानिया ने भी अस्थमा के बारे में बताया। इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गिरीश वर्मा व विशिष्ट अतिथि डॉ. एचएल परिहार ने किया। संयोजक डॉ. अनिल सक्सेना, सचिव डॉ. राजेन्द्र ताखर ने बताया कि कांन्फे्रं स में प्रदेश भर के 250 चिकित्सक पहुंचे।
इंडियन चेस्ट सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. एस.के. लुहाडिय़ा ने बताया कि टीबी के लंग्स (एमपीआरटीबी) के केस बढ़ रहे हैं। पहले 2 साल का कोर्स मरीज को लेना पड़ता था, लेकिन अभी 9 से 11 माह में उपचार संभव है।
80 फ ीसदी नहीं कराते स्वाइन फ्लू की जांच
राजस्थान का अजीब अस्पताल: यहां चूहे चैक करते हैं पोष्टिक आहार फिर मरीज खाते हैं खाना
चेन्नई से आए डॉ. सुप्रीत बत्रा ने कहा, स्वाइन फ्लू का वायरस सर्दियों में प्रभाव ज्यादा छोड़ता है। 80 फीसदी लोग खांसी-जुखाम को साधारण मानते हैं, लेकिन स्वाइन फ्लू की जांच नहीं कराते। इसकी जांच करानी चाहिए।
सावधान! कोचिंग नगरी में आ गया मौत का इंजेक्शन, कहीं उड़ता पंजाब
न बन जाए कोटाधुंआ कर सकता है बीमार
लखनऊ से कोटा आए डॉ. अजमल खान ने बताया कि धुंआ आपको बीमार कर सकता है। चाहे मॉस्किटो कॉइल हो या सिगरेट का धुंआ, यह खतरनाक हो सकता है। एक साल में 40 सिगरेट पीने से भी श्वास की बीमारी हो सकती है।