OMG! बंद हो जाएंगे
कोटा के Hostelsइस दौरान जिंदगी फाउंडेशन की ईशा यादव ने ‘राजस्थान पत्रिका’ द्वारा हॉस्टल्स में दिखाई गई अव्यवस्थाओं की जानकारी दी। कहा कि, ‘पत्रिका’ ने लगातार हॉस्टल की कमियां उजागर की लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आयोग को कई सुझाव भी दिए।
राजस्थान में तबाही मचाने वाला सामान खुद हो गया तबाह
आरटीई में एडमिशन नहीं दें तो मान्यता रद्द करें
आयोग सदस्य उमा रत्नू ने कहा कि आंगनबाड़ी की स्थितियां किसी से छुपी नहीं। केवल हाजिरी लगाना और खाना खाने तक सीमित हैं। उन्होंने आंगनबाड़ी सेंटर्स को चेक करने के निर्देश दिए। उन्होंने आरटीई पर कहा कि जो स्कूल नि:शुल्क प्रवेश नहीं दें, उनकी मान्यता रद्द कर दें। बैठक में पुलिस थानों में बाल डेस्क, भिक्षावृत्ति रोकथाम, आत्महत्याओं पर अंकुश लगाने, बाल वाहिनी के चालकों को प्रशिक्षण देने, बाल वाहिनी पर हेल्पलाइन नम्बर लिखने, प्रत्येक हॉस्टल में वार्डन लगावाने के भी निर्देश दिए गए।