scriptsehatsudharosarkar: न्यू मेडिकल कॉलेज में गंदा पानी पीने को मजबूर मरीज | Patients drink dirty water at New Medical College kota | Patrika News
कोटा

sehatsudharosarkar: न्यू मेडिकल कॉलेज में गंदा पानी पीने को मजबूर मरीज

कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में लगे वाटर कूलरों की एक जमाने से सफाई नहीं हुई है। जिसके चलते मरीजों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है।

कोटाSep 26, 2017 / 01:51 pm

​Vineet singh

sehatsudharosarkar, Healthcare in India, Healthcare in Rajasthan, National health mission, Negligence in Treatment, New Medical College kota, Patients drink dirty water in kota, Rajasthan patrika Kotam Kota patrika, Kota news, Patrika News

Patients drink dirty water at New Medical College kota

पूरे देश में साफ-सफाई को लेकर अभियान चल रहा है। गांव से लेकर शहर तक, गली मोहल्ले से लेकर सरकारी दफ्तरों, आम जन के रोजाना आवागमन वाले कार्यालयों तक की सफाई की जा रही है। लेकिन न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के वाटर कूलरों की एक जमाने से सफाई नहीं हुई है। जिसके चलते हॉस्पिटल आने वाले मरीज और तीमारदारों को मजबूर गंदा पानी ही पीना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें

href="https://www.patrika.com/kota-news/pm-modi-gave-silence-on-deendayal-upadhyaya-murder-case-1-1846468/" target="_blank" rel="noopener">पीएम मोदी ने भी Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री पर साधी चुप्पी

महीनों से नहीं हुई सफाई

न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के वार्डों करीब एक दर्जन वाटर कूलर लगे हुए हैं। इनमें से अधिकांश वाटर कूलर भामाशाहों ने लगवा रखे हैं। जिनकी अस्पताल प्रशासन समय पर सफाई भी नहीं करवा पा रहा है। यहां लगे करीब-करीब सभी वाटर कूलरों की सफाई हुए महीने बीत गए। जिनके टेंक के पेंदे में काई की परत जमी हुई है। वही कई वाटर कूलरों की काई काली पड़ चुकी है। जिन वाटर कूलरों से ही मरीज तीमारदार पानी भर कर पी रहे हैं।
यह भी पढ़ें

Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्रीः दीनदयाल उपाध्याय के सीने में दफन था भारतीय राजनीति का बड़ा राज

लाखों रुपए होते हैं सफाई पर खर्च

न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था पर हॉस्पिटल प्रशासन लाखों रुपए खर्च करता है। अस्पताल के वार्डों, गैलरी, आेपीडी रूम आदि की रोजाना सफाई होती है, लेकिन वाटर कूलर की साफ-सफाई की ओर अस्पताल प्रशासन का बिलकुल भी ध्यान नहीं है। हालांकि इनके रखरखाव और सफाई पर भी हॉस्पिटल मैनेजमेंट मोटी रकम खर्च करने का दावा करता है।
यह भी पढ़ें

दीनदयाल उपाध्याय की हत्या ऐसे बनी Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री

वार्ड स्टॉफ है जिम्मेदार

अधीक्षक, न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. देवेंद्र विजयवर्गीय कहते हैं कि जिस वार्ड के सामने वाटर कूलर लगा है। उसके रखरखाव के लिए वार्ड स्टॉफ को अधिकृत कर रखा है। अगर कोई वाटर कूलर खराब होता है। सफाई नहीं होती है तो वे रिपोर्ट करते हैं। तत्काल ठीक करवा देते हैं। लेकिन अभी तक किसी भी वार्ड स्टाफ ने एक भी वाटर कूलर के बारे में शिकायत नहीं की। वाटर कूलरों में गंदगी जमा है तो मामला गंभीर है। दिखवाता हूं। सुबह ही सबकी सफाई करवा दूंगा।

Hindi News / Kota / sehatsudharosarkar: न्यू मेडिकल कॉलेज में गंदा पानी पीने को मजबूर मरीज

ट्रेंडिंग वीडियो