मंत्रिमंडल गठन के बाद पहली बार कोटा आए वन मंत्री ने कहा कि मुकुन्दरा रिजर्व ऐसा पहला टाइगर रिजर्व बनेगा, जहां दूसरे राज्यों से बाघ-बाघिन का जोड़ा शिफ्ट किया जाएगा। सरकारी स्तर पर इसकी तैयारियां कर ली गई हैं। अभी तक सभी टाइगर रिजर्वों मेें रणथंभौर से ही बाघों को लाकर छोड़ा जाता रहा है।
मुकुंदरा में चीते भी लाए जाएंगे मंत्री ने कहा कि मुकुंदरा रिजर्व में चीतों को भी बसाया जाएगा। इसके लिए दिल्ली में चर्चा की गई है। मुकुन्दरा चीतों के अनुकूल पाया गया है। इसे देखते हुए टाइगर रिजर्व में चीतों को बसाने के प्रयास किए जा रहे हैं।बॉक्स : पत्रिका ने जताई थी इंटर स्टेट कोरिडोर की जरूरत
राजस्थान पत्रिका ने बाघों के लिए कॉरिडोर बनाने व अन्य प्रदेशों से बाघों के आदान-प्रदान का मुद्दा उठाया था। इसमें इनब्रीडिंग से होने वाले खतरों से अवगत करवाया था। वनमंत्री ने इनब्रीडिंग के खतरों को माना और इसे देखते हुए अन्य राज्यों से बाघों को लाने के प्रयास शुरू किए। वनमंत्री ने वन एवं पर्यावरण से संबंधित अन्य सवालों के जवाब भी दिए।