सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए लाडपुरा विधायक भवानीसिंह राजावत ने कहा कि समुद्र मंथन से अमृत और विष दोनों निकले थे, लेकिन कोटा के कार्यकर्ता उपेक्षा का विष पीकर नीलकण्ठ बन गए हैं। ढाई साल में कोटा में अमृत रूपी एक बूंद गिरी है, वह भी यूआईटी चेयरमैन के रूप में रामकुमार मेहता को मिली है। कोटा के कार्यकर्ताओं को संगठन में यह अमृत कब मिलेगा।
राजावत ने कहा कि भाजपा के छह विधायक कोटा जिले से हैं, लेकिन ढाई साल में मंत्री के रूप में एक भी विधायक को अमृत नहीं पिलाया। उन्होंने कहा कि जयपुर में बैठे लोगों ने धारणा बना ली है कि कोटा में गुटबाजी है, हम लड़ाई-झगड़े करते हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री को अंगित करते हुए राजावत ने कहा कि सीएम साहिबा को बता देना कि टोंक के तरबूत की तरह कोटा के एमपी-एमएलए दिखते हैं, जो बाहर से अलग-अलग रंग के दिखते हैं, अंदर से एक जैसे है। यानी कोई गुटबाजी नहीं है।
इससे पहले विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि उदयपुर, सिरोही या अन्य जगह जहां भी मंत्री समूह गया है, कार्यकर्ताओं में निराशा के समाचार पढऩे को मिले हैं। कार्यकर्ता सर्वोपरि है, इसलिए कार्यकर्ता का अपमान नहीं होना चाहिए।
विधायक संदीप शर्मा ने भी कहा कि कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। देहात अध्यक्ष जयवीरसिंह ने कहा कि आज स्थिति यह कि विधायक या जिलाध्यक्ष किसी काम की सिफारिश कर देते हैं तो वह काम अधिकारी जानबूझ कर नहीं करते हैं।
यह स्थिति उचित नहीं है। विधायक हीरालाल नागर, चन्द्रकांता मेघवाल, विद्याशंकर नंदवाना, महापौर महेश विजय, यूआईटी रामकुमार मेहता और शहर अध्यक्ष हेमंत विजयवर्गीय ने भी सम्बोधित किया। हाड़ौती के दो पीब्ल्यूडी मंत्री थी, क्यों नहीं बनी कोटा-झालावाड़ रोड
पीडब्ल्यूडी मंत्री यूनूस खान ने कोटा-झालावाड़ एनएच 12 की दुर्दशा के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हाड़ौती से दो पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, तब यह सड़क क्यों नहीं बनी। इस सड़क का काम जल्द ही शुरू होगा। हैंगिंग ब्रिज मई 2017 में चालू हो जाएगा। नॉर्दन बाइपास का काम चल रहा हे। गेंता-माखीदा पुल के निर्माण कार्य का इसी माह शिलान्यास कार्यक्रम होगा। जल संसाधन मंत्री डा. रामप्रताप, परिवहन राज्यमंत्री बाबूलाल वर्मा, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी ने भी सम्बोधित किया।
कार्यकर्ताओं का अपमान नहीं होना चाहिए सांसद ओम बिरला ने भी राजावत की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ही है जो अमृत भी पीता है और विष भी। बिना किसी परवाह किए दिनरात पार्टी के लिए लगा रहता है। एेसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं का सम्मान होना चाहिए।
कार्यकर्ता यह नहीं देखता है कि कौन चुनाव लड़ रहा है, वह तो पार्टी को जिताने के लिए पार्टी का झण्डा लेकर निकल पड़ता है। कार्यकर्ताओं का सपना होता है हमारा राज आएगा। राज आने के बाद भी कार्यकर्ता अपमानित हो, यह ठीक नहीं है।