बिरला ने कहा कि हमारे देश की युवा शक्ति ही हमारे उज्ज्वल भविष्य का निर्धारण करेगी। हमारा कर्तव्य है कि हम विद्यार्थियों को हरसंभव अवसर प्रदान करें। इस सुविधा से अब छात्र-छात्राएं पासपोर्ट बनाने के लिए पासपोर्ट कार्यालय जाने की बजाय अपने विद्यालय या कॉलेज में ही आवेदन कर सकेंगे, जिससे उनका समय बच सकेगा।
बिरला ने कहा पहले के मुकाबले पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया सरल हुई है। एक समय था, जब अपॉइन्टमेंट के लिए इंतजार करना होता था, जयपुर जाना पड़ता था। कोटा में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय बनने के बाद एक वर्ष में रेकॉर्ड 1 लाख से अधिक पासपोर्ट जारी हुए।
इसका लाभ केवल कोटा- बूंदी और हाड़ौती को ही नहीं बल्कि आसपास के 12 जिलों के नागरिकों को मिल रहा है। पासपोर्ट कार्यालय की ओर से एक विशेष मोबाइल वैन तैयार की गई है। इसके माध्यम से विद्यार्थी आवेदन, बायोमैट्रिक और वेरीफिकेशन सहित अन्य सभी जरूरी प्रक्रियाओं को आसानी से पूरा कर सकेंगे। पासपोर्ट कार्यालय कोटा की ओर से शहर के 20 प्रमुख शिक्षण संस्थानों को चिह्नित किया है, जहां शिविर आयोजित होंगे।