href="https://www.patrika.com/kota-news/lord-krishna-birth-celebration-1-1718859/" target="_blank" rel="noopener">घर-घर शुरु हुई नंदोत्सव की धूम, सुबह मनाया गया पालना उत्सव
बोरखेड़ा इलाके के रहने वाले 45 वर्षीय जितेंद्र सिंह की पत्नी सुनीता हरदावद रामगंजमंडी के कुम्भकोट में राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत है। 15 अगस्त की सुबह सुनीता स्कूल जाने के लिए घर से निकली तो उनकी पति जितेंद्र हर बार की तरह डकनिया रेलवे स्टेशन तक छोड़ने आ गए। डकनिया रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद जितेंद्र सुनीता को रतलाम एक्सप्रेस में बिठा कर घर वापस लौट रहे थे कि दूसरे ट्रेक पर मुम्बई की और से आ रही सुपरफास्ट ट्रेन की चपेट में आ गए।
शरीर के उड़े परखच्चे ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि जितेंद्र के टकराते ही उनके शरीर के परखच्चे उड़ गए। रतलाम ट्रेन के गार्ड ने उक्त घटना को देख लिया उसने तुरंत ट्रेन की चेन खींची और लोगों को घटना के बारे में बताया। ट्रेन में बैठी एक महिला तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और पुलिस को सूचना कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और क्षत-विक्षत शरीर को इकट्ठा किया। जितेंद्र की जेब से मिले कागजों के आधार पर पुलिस ने परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की।
व्हाट्सएप से मिली जानकारी घटना के बाद स्टेशन पर मौजूद लोगों ने एक्सीडेंट की तस्वीरों के साथ जितेंद्र की जानकारी व्हाट्एसएप ग्रुप पर शेयर कर दी। जो करीब 11 सुनीता तक भी पहुंच गई। जब उन्होंने मैसेज पढ़ा तो पति की मौत की खबर लगी। जितेंद्र के पड़ोसी त्रिलोकचंद माहेश्वरी ने बताया कि जितेंद्र शॉपिंग सेंटर में की एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत था । वह अन्य राज्यों में वेयर हाउस का काम देता था। जितेंद्र के एक 5 वर्ष का बेटा है और पत्नी सुनीता गर्भवती है।