स्टूडेंट्स टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, मद्रास, कानपुर, खडगपुर, रूडकी, गुवाहाटी की लोअर ब्रांच जैसे कैमिकल, एनर्जी इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग फिजिक्स, प्रोडक्शन एवं इण्डस्ट्रीयल, मटिरियल साइंस, मैटलर्जी, एयरोस्पेस, एनवायरमेंटल, बायोटेक्नोलॉजी, बायो इंजीनियरिंग, मैन्यूफैक्चरिंग, टैस्क्टाइल, ओशियन इंजीनियरिंग, माइनिंग, अर्थ साइंस, एग्रीकल्चर एण्ड फूड इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचेंज को भी प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि वर्ष 2017-18 में खुली आईआईटी जम्मू, भिलाई, गोवा, धारवाड़, तिरुपति, पल्लकड़ आईआईटी की कोर ब्रांचों को अंत में चुना जा रहा है।
क्यों चुनते हैं विद्यार्थी शीर्ष आईआईटी की लोअर ब्रांच
आहूजा के अनुसार स्टूडेंट्स शुरुआती 8 हजार एआईआर तक टॉप-7 आईआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त लोअर ब्रांचेज को अन्य आईआईटी कोर ब्राचों के मुकाबले अधिक प्राथमिकता इसीलिए देते हैं, क्योंकि टॉप 7 आईआईटी में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल मिलता है। आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस के सब्जेक्ट लेकर कोडिंग, प्रोग्रामिंग सीखकर अपनी प्रोफाइल को मजबूत बना लते हैं और ये आईआईटीज बड़ी प्लेसमेंट कंपनियों की भी प्राथमिकता में रहती हैं।
इस कारण यहां के विद्यार्थी अच्छी कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त करते हैं। इसके अतिरिक्त टॉप-7 आईआईटी में स्टूडेंट्स के पास अपनी प्रथम वर्ष की परफॉर्मेंस के आधार पर ब्रांच चेंज करने का ऑप्शन भी उपलब्ध रहता है। इससे कई विद्यार्थी दूसरे वर्ष में कोर ब्रांच तथा अच्छी ब्रांच में अपवर्ड हो जाते हैं। इसे देखते हुए ही विद्यार्थी टॉप-7 आईआईटी के ब्रांच के साथ कैम्पस को प्राथमिकता देते हुए लोअर ब्रांच में भी एडमिशन लेते हैं। आईआईटी बीएचयू में पहले सेमेस्टर के बाद ब्रांच चेंज का प्रावधान है।