कोटा सीए ब्रांच के चेयरमैन सीए प्रकाश चौधरी ने बताया कि इस साल कोटा से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आईसीएआई सीए फाइनल परीक्षा नवंबर-2024 में दी थी। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल इस एग्जाम में कोटा समेत देशभर से 21 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए। इनमें से 11500 कैंडिडेट्स ने चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए क्वालिफाई किया है।
सीए चौधरी के मुताबिक कोटा सीए ब्रांच की ओर से बोथ ग्रुप में 162 स्टूडेंट्स ने सीए फाइनल की परीक्षा दी, जिसमें से 29 स्टूडेंट्स पास हुए, जबकि पांच स्टूडेंट्स ने बोथ ग्रुप में ग्रुप 1 क्लीयर किया और 16 स्टूडेंट्स ने ग्रुप 2 क्लीयर किया है। कुल मिलाकर बोथ ग्रुप का रिजल्ट 17.90 फीसदी रहा। सीए फाइनल परीक्षा के ग्रुप 1 में 143 स्टूडेंट्स बैठे थे, जिसमें से 20 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। वहीं ग्रुप 2 में कुल 66 स्टूडेंट्स सीए फाइनल परीक्षा में बैठे थे, जिसमें से 13 स्टूडेंट्स पास हुए। कुल मिलाकर कोटा सीए ब्रांच का ग्रुप 1 में 13.99 फीसदी व ग्रुप 2 में 19.70 फीसदी रिजल्ट रहा।
सीए चौधरी व सीकासा कमेटी के चेयरमैन सीए दीपक सिंघल के अनुसार कोटा की बेटी सलोनी मित्तल ने 20 वर्ष की आयु में सीए फाइनल परीक्षा में 433 अंकों के साथ ऑल इंडिया लेवल पर 40वीं रैंक प्राप्त कर कोटा में भी टॉप किया है।
नियमित स्टडी और हार्डवर्क से सफलता तय
सलोनी ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार और शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा कि नियमित स्टडी और हार्डवर्क से सफलता मिलना तय है। परीक्षा की तैयारी के लिए तनाव नहीं लें, टारगेट लेकर स्टेडी करें। सलोनी के भाई सौरभ मित्तल ने बताया कि वह शुरू से ही होनहार छात्रा रही है। चार वर्ष की आयु में ही पिता का साया उठ गया था, उसके बावजूद उसने मेहनत के बल पर प्रथम प्रयास में ही सीए फाइनल के दोनों ग्रुप पास करके परिवार का नाम रोशन कर दिया। सलोनी की मां सुनीता मित्तल हाउस वाइफ हैं।