कोटा जिले के सांगोद में बह रही उजाड़ नदी ने भी रौद्र रूप दिखाया। झालावाड़ के भीमसागर बांध के गेट खोलकर पानी निकासी से उजाड़ नदी का पानी दहलीज लांघकर कई निचली बस्तियों में भर गया। खेत जलमग्न हो गए। लोगों को पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। शाम को तहसील रोड स्थित दुकानों को भी लोग खाली करने में जुट गए। नगरपालिका कार्यालय व सब्जीमंडी में भी पानी भर गया। प्रशासन ने मुनादी करवाकर निचली बस्तियों के लोगों को सतर्क किया। वहीं, मोईकलां की रैगर बस्ती, भोजपुरा बस्ती व रेत्या बस्ती के मकानों में बारिश का पानी घुस गया। रेगर बस्ती में फंसे करीब 30 लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू किया। खानपुर मेगा हाइवे पर स्थिति पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं बिलासरा तालाब की मुख्य पाल से पानी गिरने पर ऊपरी हिस्से से तालाब की मिट्टी को काटकर ग्रामीणों ने टूटने से बचाया। परवन नदी की पुलिया पर पानी होने से बारां-झालावाड़ मार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा और सुबह 9 बजे से बपावर-सांगोद मार्ग बंद हो गया।
बूंदी-नैनवां व कोटा-लालसोट मेगा हाइवे रहे बंद-
बूंदी व केशवरायपाटन में हल्की बारिश हुई। वहीं लाखेरी के निकट मेज नदी के उफान पर होने से कोटा लालसोट मेगा हाइवे व स्टेट हाइवे 34 नैनवां बूंदी सड़क मार्ग पर बांसखोळ के जंगल में घुमाव पर कुई के पास की पुलिया का सपोर्ट टियर टूट जाने से बूंदी-नैनवां मार्ग बंद रहा।