कोटा. इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड(आईएल) की ८६ एकड़ की आवासीय कॉलोनी की जगह कोटा के बाशिंदों को अगले डेढ़ साल में दुनिया के सबसे आधुनिकतम ऑक्सीजोन की सौगात मिलेगी। ४० जोन में बंटे ऑक्सीजोन के निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपए की लागत आएगी। जिसमें भारत का चौथा अत्याधुनिक साइंस म्यूजियम, 1.5 एमएलडी अपशिष्ट जल शोधन यंत्र, वाईफाई जोन और सीनियर सिटीजन के लिए खास तौर पर तैयार किए गए हेल्थ जोन के साथ साथ आर्ट हिल की भी स्थापना की जाएगी।
जवाहर नगर स्थित एलन परिसर के समरथ सभागार में मंगलवार को कोटा के पर्यावरण को नई दशा और दिशा देने के लिए ऑक्सीजोन के प्रस्तावित प्रारूप को प्रदर्शित किया गया। नगर विकास मंत्री शांति धारीवाल की मौजूदगी में ऑक्सीजोन की संरचना तैयार करने वाले आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने बताया कि ऑक्सीजोन का मास्टर प्लान बनाने से पहले शहर के हर इलाके की वायु गुणवत्ता का परीक्षण कराया गया। इसमें झालावाड़ रोड पर सबसे ज्यादा प्रदूषण बताया गया। ऑक्सीजोन में इस तरह के पेड़ लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि 4 किमी तक तापमान में कमी हो सकेगी। 8 किमी तक ऑक्सीजोन का असर नजर आएगा।
प्रदूषण पर लगाम कसना अहम शहर के प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए ऑक्सीजोन में पांच हजार पौधे लगाए जाएंगे। सभी पौधे हाड़ौती के वातावरण के अनुकूल और ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले होंगे। इसके साथ ही बॉटेनिकल गार्डन भी विकसित किया जाएगा। जिसमें २०० से ज्यादा प्रजातियों के फूल लगाए जाएंगे। प्राणवायु की प्रचुरता के लिए तुलसी वन और विभिन्न सुगंधों वाले फूलों के विशेष जोन बनाए जाएंगे। हरियाली के साथ साथ ३.५ किमी की नहर और पांच बड़े तालाब भी तैयार किए जाएंगे।
आर्किटेक्ट पर होगा खास जोर
अनूप भरतरिया ने बताया कि ऑक्सीजोन का आर्किटेक्ट दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ निर्माणों से प्रेरित होगा। प्रवेश द्वार से अंदर आने वाली सड़क के दोनों किनारे खास फूलों से सजाए जाएंगे। इसे फ्लावर वैली नाम दिया गया है। सड़क के दोनों ओर साइकिल ट्रेक होगा और रोड के आखिर में कोटा का प्रतिनिधित्व करती पढ़ते हुए किशोर की स्टेच्यू लगेगी। वॉकर्स की सुगमता के लिए नहर के चारों ओर कच्चे और पक्के फुटपाथ का निर्माण होगा। नहर में भी पंटर नाव चलाने की सुविधा दी जाएगी। आर्ट हिल के ऊपर घास और पौधों की चादर बिछी होगी और नीचे सात सेक्शन में पूरी गैलेरी को बांट म्यूजिक और आर्ट कॉन्सर्ट आयोजित करने के लिए विशेष स्थान तैयार किया जाएगा। सेंटर लेक के किनारे पूरी तरह कांच से बने ग्लास हाउस का निर्माण किया जाएगा। हवा के साथ डिजाइन बदलने वाला काइनेटिक टॉवर, बुजुर्गों के लिए गोल्फ कार आदि की विशेष व्यवस्था होगी। स्थानीय लोगों को कार्ड के जरिए प्रवेश दिया जाएगा। जबकि पर्यटकों को टिकट लेने होंगे। वाईफाई जोन और कॉफी जोन का भी निर्माण किया जाएगा।
देश का चौथा साइंस म्यूजियम अनूप भरतरिया ने ऑक्सीजोन की डीपीआर का प्रजेंटेशन देते हुए बताया कि देश का चौथा साइंस म्यूजियम भी ऑक्सीजोन में तैयार किया जाएगा। इसे पांच हिस्सों में बांटा जाएगा। जिसमें इनोवोटर्स और इंटरप्रिन्योअर्स के लिए भी एक सेक्शन तैयार किया जाएगा। जिसमें आकर वह अपनी खोजों और प्रोडक्ट को आकार दे सकेंगे। ऑक्सीजोन में 355 फोर व्हीलर, 20 बस और 200 दुपहिया वाहनों की क्षमता वाली पार्र्किंग भी तैयार की जाएगी।
पिकॉक जोन में आएंगे विदेशी मेहमान
भरतरिया ने बताया कि आईएल में संरक्षित राष्ट्रीय पक्षी मोर के लिए खास कॉलोनी विकसित की जाएगी। इसके साथ ही अंडरग्राउंड वड्र्स जोन भी तैयार किया जाएगा। जिसमें150 से भी ज्यादा देशी विदेशी प्रजाति के पक्षियों को संरक्षित किया जाएगा। ऑक्सीजोन में युवाओं और बुजुर्गों के लिए दो अलग अलग हेल्थ जोन भी बनाए जाएंगे। योगा और मेडिटेशन के साथ ओपन जिम भी होगा। पूरा पार्क खूबसूरत लगे इसके लिए जगह जगह कलाकृतियां भी सजाई जाएंगी। इसके साथ ही हरियाली से भरा हुआ ओपन थियेटर भी तैयार किया जाएगा।
‘जिंदगी में मुसीबत आए तो पढ़ाई से ज्यादा हुनर काम आता है’ डेढ़ साल में हो जाएगा तैयार भरतिया ने बताया कि ऑक्सीजोन के निर्माण का कार्य डेढ़ साल में पूरा कर लिया जाएगा। पूरे काम पर करीब 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। देश दुनिया तक इसकी जानकारी देने के लिए पोर्टल भी तैयार किया जाएगा। राजस्थान पत्रिका की प्रदूषण से निपटने और पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को ऑक्सीजोन की शक्ल में आकार देने के साथ ही पूरे इलाके में कम से कम प्रदूषण हो इसके लिए अनन्तपुरा से स्टेशन तक की पूरी सड़क को सिग्नल फ्री बनाया जाएगा।