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अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि फैक्ट्री गोदाम में अधिक मात्रा में कूलर पेड को खुले में ही रखा हुआ था। इसके चलते आग भीषण होती रही। इसे बुझाने में अग्निशमन विभाग की 10 दमकलों के साथ ही डीसीएम से भी 2 दमकलों से मदद ली गई। फैक्ट्री मालिक ओम प्रकाश मूंदडा व पुलकित मूंदडा ने बताया कि आग में करीब दो करोड़ रुपए के 2 हजार पेड पूरी तरह जल गए। विज्ञाननगर थानाधिकारी मुनीन्द्र सिंह भी जाप्ते के साथ मौके पर मौजूद रहे।
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हॉस्टल्स में फैली दहशत फैक्ट्री से कुछ ही दूरी पर हॉस्टल भी बने हुए हैं। आग की लपटें अधिक ऊंची उठने और फैलने के कारण हॉस्टल्स में दहशत फैल गई। सभी बच्चे बाहर आ गए। इससे वहां पर काफी भीड़ हो गई।
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मंदिर में तबाही, सदियों पुरानी मूर्तियां तोड़ी…देखिए तस्वीरों मेंहवा से आई दिक्कत आग अधिक बढऩे का कारण ही हवा को बताया जा रहा है। कूलर पेड गत्ते का बना होने के कारण जैसे-जैसे हवा चलती रही, आग और बढ़ती रही। इसके चलते अग्निशमकर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जब तक हवा कम नहीं हुई, आग काबू में नहीं आई।
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नहीं पहुंची जेसीबी हर बार की तरह इस बार भी निगम की जेसीबी मौके पर नहीं पहुंची। ऐसे में आग पूरी तरह से नहीं बुझ पा रही थी। जैसे ही अग्निशमनकर्मी एक तरफ आग बुझाकर आगे बढ़ते, यह फिर से दूसरी जगह भड़क जाती।