राजफैड ने कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिले में समर्थन मूल्य के खरीद केंद्र संचालित कर अब तक 2 लाख 3 हजार क्विंटल चना व 58 हजार मीट्रिक टन सरसों की खरीद की है। पहले तो नैफेड ने गुणवत्ता अमानक बताते हुए चना भंडारित करने से मना कर दिया। बाद में कृषि मंत्रालय की ओर से संशोधन कराने के बाद पूरा चना जमा हो पाया।
नैफेड को भेज दी रिपोर्ट, बजट आने में लगेगा समय
राजफैड के
जयपुर मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि गोदामों में चना-सरसों जमा कराकर नैफेड को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। जहां से अभी तक भुगतान का बजट नहीं आया है। नैफेड, राजफैड स्वायत्तशासी संस्थाएं हैं, जिनके पास स्वयं का बजट तो होता नहीं है। सरकार द्वारा बजट जारी करने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होती है।
चना व सरसों के भुगतान के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक मुख्यालय से पेमेंट नहीं आया है। पेमेंट आते ही किसानों के खातों में रुपए डाल लिए जाएंगे। इसके लिए पहले ही सभी के खाते नम्बर लिए जा चुके।
नरेश शुक्ला, क्षेत्रीय अधिकारी, राजफैड, कोटा