Pride of India:
कोटा की बेटी अरूंधती ने अब सर्बिया में बिखेरी स्वर्ण की चमक, फिर से किया भारत का सीना चौड़ा पिछले दिनों जिला कलक्टर की अध्यक्षता में निगम और न्यास की संयुक्त बैठक में नई गोशाला के लिए जमीन पर चर्चा हुई थी। तय हुआ था कि न्यास गोशाला के लिए नि:शुल्क जमीन देगा। न्यास ने खड़े गणेशजी मंदिर के पास जगह देने पर सहमति दे दी थी, लेकिन महापौर और गोशाला समिति अध्यक्ष ने अधिकारियों ने साथ जमीन का मौका मुआयजना किया तो पाया कि इस जमीन पर लोगों के कब्जे हैं। अवैध कब्जे हटाना बहुत चुनौतीपूर्ण है।Breaking News: अगर आपने किया यह काम तो अगला नं. 51 होगा आपका, जानिए कैसे
उम्मेदगंज की जमीन को उपयुक्त माना
महापौर और गोशाला समिति अध्यक्ष ने पिछले दिनों उम्मेदगंज की जमीन को गोशाला के लिए उपयुक्त माना। यह जमीन लोगों की पहुंच में है, ताकि समाजसेवी यहां गोवंश को चारा डालने के लिए आसानी से पहुंच सकें। नहरी क्षेत्र में जमीन होने के कारण पानी की कोई कमी नहीं रहेगी। यहां निगम की करीब 15 बीघा जमीन है। शेष जमीन न्यास की है।