संयुक्त निदेशक डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि पॉजिटिव 17 साल का छात्र कोटा से कोचिंग कर रहा था और वह 4 दिन पहले ही भरतपुर आया है। यहां पर आने के बाद उसकी स्क्रीनिंग कराई गई और टेस्ट में कोरोना पॉजीटिव पाया गया। यह कोचिंग छात्र कोटा शहर के लैंड मार्क सिटी में एक हॉस्टल में किराए से रहता था। हालांकि उसका भाई भी उसके साथ रहता था, लेकिन दोनों अलग-अलग कमरों में रहते थे। साथ ही दोनों भाई मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। पॉजीटिव आए छात्र का बड़ा भाई कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आया। बड़ा भाई ही भरतपुर जाने की अनुमति लेने कलेक्ट्रेट आया था।
पॉजीटिव आए युवक का बड़ा भाई 12 अप्रेल को कलक्ट्रेट के बाहर परमिशन के लिए लाइन में लगा था और उसे उसी दिन शाम को परमिशन मिल गई थी। 12 अप्रेल को ही वे वापस भरतपुर के लिए चले गए। ऐसे में 13 अप्रेल सुबह 8 बजे भरतपुर पहुंच गए थे।
स्वयं पिता ने करवाई है आगे होकर जांच
पॉजीटिव कोचिंग विद्यार्थी के पिता चिकित्सा विभाग में ही कार्य रहते हैं। वहीं उसकी मां भी नर्सिंग कार्मिक है। विद्यार्थी के पिता ने खुद ही अपने दोनों बच्चों की कोरोना वायरस की जांच भरतपुर में करवाई है। जिसमें से छोटा बेटा पॉजिटिव आया।
सूचना ली है और जांच कराएंगे कोटा के सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने बताया कि हॉस्टल से और भी विद्यार्थियों की सूचना ली जा रही है। उनकी भी जांच कराएंगे। पॉजीटिव छात्र का कमरा बंद है, उस पर ताला लगा है। एेसे में उसे सेनेटाइज को लेकर दिक्कत हो रही है।