एेसे दिया पुलिस काे झांसा एसपी अंशुमान भौमिया ने बताया कि सुबह अनंतपुरा क्षेत्र में झालावाड़ फोरलेन के पास एक ट्रक में आग लगने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस व निगम की दमकल मौके पर पहुंची तो वहां ट्रक के केबिन में आग लग रही थी। पास में ही चालक पड़ा था। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। दमकलों ने आग पर काबू पाया, वहीं चालक के हाथ-पैर खोलकर पुलिसकर्मी उसे इलाज के लिए नए अस्पताल लेकर गए।
विशेष टीम का गठन यहां ट्रक चालक चित्तौडगढ़ के बस्सी थाना क्षेत्र स्थित आवलेड़ा निवासी श्यामसुंदर शर्मा (22) ने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों ने उसे बंधक बनाकर मारपीट की और ट्रक में भरे सीमेंट को खुर्द-बुर्द कर उसे जान से मारने की नीयत से ट्रक में आग लगा दी। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए एएसपी अनंत कुमार के निर्देशन में विशेष टीम का गठन किया गया। इसमें सीआई अनिल जोशी, एएसआई बाबूलाल, दिनेश त्यागी व सूर्यवीर समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने अनुसंधान कर पूरे मामले का खुलासा किया।
अनुसंधान में सामने आई हकीकत सीआई जोशी ने बताया कि तकनीकी सहायता और कोटा व चित्तौड़ के बीच आने वाले टोल प्लाजा से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए। इनमें ट्रक चित्तौड़गढ़ से कोटा की तरफ खाली आता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद ट्रक मालिक से पूछताछ की। अनुसंधान के दौरान ट्रक चालक श्यामसुंदर पर संदेह होने पर जब उससे गहनता से पूछताछ की तो उसने हकीकत बयां कर दी। उसने बताया कि सीमेंट को उसने शादी का कर्जा चुकाने व बाइक खरीदने के लिए चिततौड़गढ़ फोनलेन पर ढाबा मालिक रवि को बेच दिया। इसके बाद खाली ट्रक को कोटा लाकर आग लगा दी। खुद ने ही हाथ-पैर बांधकर लूट की झूठी कहानी रची।
चालक ने पहलेे यह बताई कहानी अनंतपुरा थानाधिकारी ने बताया कि ट्रक चालक श्यामसुंदर शर्मा से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह 23 सितम्बर को चंदेरिया से ट्रक में 600 कट्टे सीमेंट भरकर रवाना हुआ था। एक दिन अपने गांव में रुका। वहां से रविवार को कोटा के लिए रवाना हुआ। यहां फोरलेन व नांता के बीच एक बिना नम्बरी कार में सवार कुछ लोग आए। उनमें से 4-5 लोग उतरे और एक व्यक्ति ट्रक में उसकी सीट पर आकर बैठा। उसने धक्का देकर उसे पीछे कर दिया। उसके मुंह पर स्प्रे किया, जिससे वह बेहोश हो गया। सुबह 5.30 बजे होश आया तो ट्रक के केबिन में उसके हाथ पैर बंधे हुए थे। दो व्यक्ति उसे जिंदा जलाकर मारने की बात कह रहे थे। उन्होंने चादर को डीजल में भिगोकर केबिन की तरफ फेंका। इससे आग लगने पर वे भाग गए। केबिन में आग लगने पर उसने लात मारकर चालक साइड का दरवाजा खोला। इसके बाद लटककर नीचे उतरा और लुढ़ककर ट्रक के पीछे की तरफ चला गया।