गैरहाजिर श्रमिकों का आधे दिन का भुगतान काटा आयुक्त जिन्दल ने सेक्टर 9 के कार्यालय पहुंचकर सेक्टर के अधीन आने वाले वार्डों के सफाई श्रमिकों के हाजरी रजिस्टर मंगवाए और उपायुक्त नरेश मालव व स्वास्थ्य अधिकारी (मुख्यालय जोन) सतीश मीना को निर्देश देकर वार्ड वाईज संवेदकों द्वारा लगाए गए श्रमिकों की उपस्थिति का मौकेपर ही भौतिक सत्यापन करवाया। जब एक-एक सफाई श्रमिक के रजिस्टर में अंकित नामों को पुकारा गया तो कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। आयुक्त ने तत्काल निर्देश दिए कि सम्बंधित संवेदकों की राशि से गैरहाजिर श्रमिकों की आधे दिन का भुगतान काट लिया जाए। निरीक्षण के दौरान वार्ड 47 का जमादार रतन भी मौके से अनुपस्थित मिला उसे भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
हुई कार्यवाही करने की बात उधर, उपायुक्त राजेश डागा ने सेक्टर 15 का दौरा किया तो वहां भी सफाई श्रमिकों की कमोबेश यही स्थिति मिली। रामपुरा जोन की उपायुक्त श्वेता फ गेडिय़ा ने अपने सेक्टर 4 व 6 के वार्डों का दौरा कर सफाई कार्यों का निरीक्षण किया। वहां भी सफाई कर्मचारी नदारद मिले। वार्ड 61 के सभी 33 सफाई कर्मचारी गायब मिले। आयुक्त ने केशवपुरा चोैराहे के पास मुख्य मार्ग के समीप निर्माणाधीन एक भवन के बाहर निर्माण कार्य की सामग्री व मलवा पड़ा देखकर कार्रवाई करने की बात कही।
संवेदक पर जुर्माना सेक्टर 9 के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के दौरान रावतभाटा रोड पर गुजरते वक्त अचानक आयुक्त की नजर एक सफाई श्रमिक पर पड़ी, जो एकत्रित कचरा सड़क के पास ही खाली स्थान पर डाल रहा था। उन्होंने अपना वाहन रूकवाया और उस श्रमिक से कचरे को कचरा प्वाइंट पर न डालकर सड़क किनारे डालने की वजह पूछी तो उसने बताया कि वह प्रतिदिन कचरा एकत्रित कर इसी स्थान पर डालता है। इस पर सम्बंधित संवेदक की पेमेन्ट राशि में से 5 हजार रुपए की कटौती के निर्देश दिए।
कचरा डालने वालों पर होगी कार्रवाई आयुक्त ने सेक्टर कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कार्यालय के पीछे खाली पड़ी जमीन पर गंदगी व कचरा फैला देखकर नाराजगी जताई। तत्काल कचरा साफ करवाने को कहा। एक कर्मचारी इस जगह नियुक्त किया जाए, जो यहां डाले जाने वाले कचरे को चारो तरफ फैलने न दे और निश्चित समय पर यहां एकत्रित होने वाले कचरे को उठाया जाए।
कचरा परिवहन में घालमेल जिंदल श्रीनाथपुरम् स्टेडियम के सामने से गुजर रहे थे तो उन्होंने देखा कि कचरा एकत्रित कर जा रही एक ट्रैक्टर ट्रॉली में भरे कचरे को ढका नहीं था। उन्होंने मौके पर ही जांच की तो पाया कि कचरा भरने वाले श्रमिकों के पास कचरा ढकने का साधन तो है, लेकिन वो लापरवाही बरतते हुए कचरे को बिना ढके ही ले जा रहे थे। इस पर सम्बंधित संवेदक के विरुद्ध जुर्माना लगाने को कहा।