राजस्थान के इस शाही पैलेस में झपकी भी नहीं ले सकता सिक्योरिटी गार्ड, सोए तो भूत देता है ये सजा
एसीबी के निरीक्षक विवेक सोनी ने बताया कि तालेड़ा स्थित महेन्द्र ट्रेडर्स के मालिक सुमित जैन ने दो महीने पहले एसीबी में शिकायत दी थी। जिसमें कहा था कि वाणिज्य कर विभाग बूंदी के अधिकारी ने 3 साल पहले उनकी फर्म की मिसगेच की पेनल्टी व ब्याज करीब 5 लाख रुपए बनाया था जिसके संबंध में दस्तावेज पेश करने के बावजूद भी वे नहीं माने तो उन्होंने इसकी अपील उपायुक्त(अपील्स) के यहां की थी। जिसकी सुनवाई चल रही थी।सूरज निकलते ही निगम की यह सम्पत्ति बन जाती है जुआंरियों और सट्टेबाजों का अड्डा
बुधवार को कोटा आने पर जितेन्द्र ने सुुमित को फोन कर रकम लेकर छत्रपुरा स्थित अपने कार्यालय में बुलाया था। इसकी जानकारी एसीबी को मिलने पर टीम ने ट्रेस की कार्यवाही की। परिवादी ने जैसे ही 11 हजार रुपए दिए। वैसे ही इशारा मिलने पर टीम ने आरोपित अजमेर के वैशाली नगर निवासी जितेन्द्र(43) को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की राशि 2 हजार के 5 और 500 रुपए के 2 नोट उसकी पेंट की जेब से बरामद की गई।कोर्ट के नियमों को रख ताक में, स्टे के बाद भी यूआईटी बेच रही भूखंड
उपायुक्त भी संदेह के घेरे में सोनी ने बताया कि जितेन्दर रिश्वत राशि लेकर उपायुक्त शिव दयाल मीणा के पास उनके कक्ष में आया था। इस कारण से वे भी संदेह के घेरे में हैं। एसीबी की टीम इस मामले में उनसे भी पूछताछ करेगी। मीणा अलवर के टेटड़ा निवासी है।