भरतपुर तहसीलदार मनहरण सिंह राठिया व खाद्य अधिकारी संजय ठाकुर के नेतृत्व में टीम सत्यापन करने धान उपार्जन केंद्र रापा पहुंची थी। इस दौरान उपार्जन केंद्र के रिकॉर्ड में धान खरीदी की बकायदा एंट्री की गई है। लेकिन मौके पर धान मिला ही नहीं है।
उपार्जन केंद्र के रिकॉर्ड के मुताबिक 2387 बोरी (952 क्विंटल) धान गायब है। इसकी कीमत 20.51 लाख है। मामले में प्रशासनिक टीम ने जांच में जुटी है। जांच पूरी कर रिपोर्ट कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
वहीं भारी गड़बड़ी को लेकर उपार्जन केंद्र प्रभारी रापा के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कराया जाएगा। वहीं गायब धान की कीमत भी वसूली होगी।
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रिकॉर्ड में 157 किसानों से 9822.40 क्विंटल हुई खरीदीउपार्जन केंद्र रापा के रिकॉर्ड के मुताबिक 1 नवंबर 23 से 12 जनवरी 24 तक कुल 157 किसानों से 9 हजार 822.40 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। जिसकी कीमत धान की कीमत 2 करोड़ 14 लाख 42 हजार 299.20 रुपए है।
वहीं पंजीकृत किसानों से 10 लाख 21 हजार 236.82 रुपए लिंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन ऋण वसूली करने के बाद 2 करोड़ 4 लाख 21 हजार 62.32 रुपए शुद्ध भुगतान हुआ है।