पुलिस ने बताया कि कटघोरा थानांतर्गत ग्राम कुटेशर नगोई में रहने वाला साढ़े 17 साल का लड़का परमेश्वर यादव 27 नवंबर की शाम लगभग 7.30 बजे दोस्तों के साथ कार्तिक पूर्णिमा मानने गया था। देर शाम तक घर नहीं लौटा। परिवार को अनहोनी की आशंका हुई। घटना की सूचना कटघोरा थाना को दी गई। पुलिस अपहरण का केस दर्ज कर लड़के की तलाश कर रही थी। संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए भंवर सिंह को पकड़ लिया। उसने पुलिस को बताया कि परमेश्वर यादव, गोपाल सिंह कंवर और फूलसाय धनुहार सहित अन्य ग्रामीणों के साथ मानगुरु की पहाड़ी में झोका नाला के पास जंगली-जानवर को देखने गया था।
रात लगभग 9.30 बजे झोका नाला के पास बिछाये गए करंट की चपेट में आकर गिर गया। करीब दो घंटे बाद भंवर को होश आया। तब तक उसके सभी साथी फरार हो गए। वह जंगल से चलकर अकेला घर पहुंचा। अगले दिन जानकारी लेने पर भंवर को पता चला कि घटना के बाद से परमेश्वर यादव नहीं मिल रहा है। वह लापता है। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को पता चला कि करंट से परमेश्वर की मौत हो गई है। उसे गोपाल और फूलसाय सहित अन्य लोगों ने मिलकर जंगल में फेंक दिया है। पुलिस ने गोपाल और फूलसाय को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की गई। जानकारी मिली कि करंट लगने से परमेश्वर की मौत हो गई थी।
इससे डर कर फूलसाय और गोपाल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर परमेश्वर के शव को जंगल में फेंक दिया। इसकी जानकारी परमेश्वर के परिवार को नहीं दिया। उन्होंने ने ही जंगल में पिग की शिकार के लिए करंट लगाया था। पुलिस ने पूछताछ के बाद जंगल से परमेश्वर को शव को बरामद कर लिया हैै। शव सड़ी गली स्थिति में मिला है।
पुलिस ने इन सात लोगों को किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरतार किया है। इसमें कन्हैयालाल यादव (29) कुटेशरनगोई, लक्ष्मीनारायण पोर्ते (34) डूमरमुड़ा, अजय यादव (25) कुटेशर नगोई, पंचराम बिरहोर (30) नागरमुड़ा, इन्द्रभुवन नेट्टी (34) नागरमुड़ा, भंवर सिंह (24) कुटेशर नगोई, फूलसाय धनवार (42) कुटेशर नगोई और गोपाल सिंह कंवर (36) कुटेशर नगोई शामिल है। पुलिस ने सभी पर उपेक्षित कार्य और मौत होने पर परमेश्वर के शव को जंगल में छिपाने का केस दर्ज किया है। आरोपियों को गिरतार कर लिया है। उन्हें कटघोरा की एक कोर्ट में पेश किया गया। यहां से रिमांड पर जेल भेज दिया गया।