कोयले के भंडार के मामले में छत्तीसगढ़ देश का तीसरा राज्य है। देश में सबसे ज्यादा कोयला ओडिशा में मौजूद है।दूसरे स्थान पर झारखंड है। चौथे स्थान पर पश्चिम बंगाल है जिसके पास 33 हजार 933.28 मिलियन टन कोयले का भंडार मौजूद है। इसका खुलासा कोल मंत्रालय की एक रिपोर्ट में हुआ है।
हाल ही में कोयला मंत्रालय ने राज्यसभा में सांसद मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में सरकार ने देशभर में
कोयले की उपलब्धता को लेकर जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि देश के 15 राज्यों में कोयले का भंडार है। सबसे कम भंडार अरुणांचल प्रदेश के पास 90.23 मिलियन टन है। छत्तीसगढ़ का पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में कोयले 32 हजार 218 मिलियन टन का भंडार है। कोयले की उपलब्धता के मामले में मध्यप्रदेश देश में पांचवे स्थान पर है।
किस राज्य में कितना भंडार
राज्य – मौजूद भंडार (मिलि. टन में)
ओडिशा – 94518.59
झारखंड – 87838.10
छत्तीसगढ़ – 80773.87
पश्चिम बंगाल – 33933.28
मध्यप्रदेश – 32218.52
तेलंगाना – 23186.42
महाराष्ट्र – 1336.00
बिहार – 5397.67
आंध्रप्रदेश – 4171.76
उत्तरप्रदेश – 1061.80
मेघालय – 576.48
असम – 525.01
नगालैंड – 478.31
सिक्किम – 101.23
अरुणाचल प्रदेश – 90.23
कुल भंडार – 378207.28
छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक कोयला कोरबा, रायगढ़ और कोरिया जिले में मौजूद
छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक कोयला प्रदेश के तीन जिलों में मौजूद है। इसमें कोरबा, रायगढ़ और कोरिया शामिल हैं। अकेला गेवरा प्रोजेक्ट में ही इतना अधिक कोयले का भंडार है कि यह देश के सभी बिजली घरों की जरूरत को आने वाले 10 साल तक पूरा कर सकता है। इसी कोयले के खनन के बूते गेवरा प्रोजेक्ट ने उत्पादन के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है और उत्पादन की दृष्टि से गेवरा ने दुनिया का दूसरा बड़ा खदान होने का गौरव हासिल किया है।