दरअसल केशकाल घाटी की दस मोड़ वाली नौ किमी से अधिक लंबी सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है। हालत यह है कि इस मार्ग पर रोजाना चार से छह घंटे तक जाम लगना साधारण बात हो गई है। बता दें कि इस
केशकाल घाटी से रोजाना तीन हजार से अधिक छोटे- बड़े वाहन गुजरते हैं। घाटी की इस खस्ताहाल सड़क की कई दफा मरम्मत की कवायद की जाती रही है। पर यह कवायद राहत पहुंचाने की बजाए मुसीबत का सबब बन जाती है।
हैवी वाहनों के चलते मरम्मत कार्य में दिक्कत
इस रूट पर हैवी ट्रैफिक रहने की वजह से मरम्मत का कार्य सुचारु रखने दिक्कत हो रही है। इस वजह से अब यहां से आवाजाही को रोककर रूट डाइवर्ट किया जाएगा।
कोंडागांव कलेक्टर कुणाल के मुताबिक छोटे वाहनों को बटराली से मुरनार होते हुए खालेंमुरवेंड निकाला जाएगा। इसके अलावा बडे वाहनों को दो रास्तों से डाइवर्ट किया जाना है। इसमें एक तो केशकाल से विश्रामपुरी होते हुए नगरी और यहां से कांकेर होते हुए
रायपुर पहुंचेगा। इसके अलावा बेडमा से सीधे अंतागढ़, भानुप्रतापपुर होते हुए रायपुर पहुंचा जा सकेगा।