धर्म परिवर्तन के शक पर हिन्दू संगठन ने रोकी गाड़ी
रद्द हुआ तीन दिवसीय युवा सम्मेलन, सेंट पायस स्कूल में था आयोजन, बयान के बाद छोड़े गए नाबालिग
Hindu organization stopped the vehicle on suspicion of conversion
खंडवा. धर्म परिवर्तन के शक में खरगोन की ओर से आ रही नाबालिग बच्चों की गाड़ी को हिन्दू संगठन के सदस्यों ने रोक लिया। सोमवार की दोपहर आनंद नगर में गाड़ी रोकने पर जब डायोसिस के अधिकारी पहुंचे तो विवाद होने लगा। यह बात सामने आई कि इन नाबालिगों को तीन दिवसीय युवा सम्मेलन के लिए खंडवा बुलाया गया था। मामला तूल पकड़ने लगा तो पुलिस इन सभी को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय लेकर पहुंची। जहां शिक्षकों ने खुद बच्चों से पूछताछ की। बयान दर्ज करने के बाद सभी को उनके घर वापस रवाना कर दिया।
बच्चों से बीच रास्ते पूछताछ
चौपहिया वाहन से आ रहे बच्चों को राकते हुए उनसे नाम पते पूछे गए। इसकी सूचना जब डायोसिस को लगी तो उनके प्रवक्ता पहुंचे। जिन्होंने कहा कि सभी बच्चे जन्म से ही इसाई धर्म के हैं। जबकि हिन्दू संगठन के लोगों की पूछताछ में कुछ बच्चों के नाम इसाई धर्म से नहीं मिल रहे थे। उनके माता पिता के नाम भी हिन्दू धर्म में रखे जाने वाले नाम सामने आए। इसलिए धर्म परिवर्तन की आशंका बढ़ गई।
सेंट पायस में था आयोजन
पता चला है कि तीन दिवसीय युवा सम्मेलन का आयोजन सेंट पायस स्कूल आनंद नगर में किया जा रहा था। इसके लिए यहां का ऑडिटोरियम बुक था। जहां चारों जिलों के कारीब 400 बच्चे शामिल होने वाले थे। खरगोन से ही बच्चों को रोकने और आयोजन नहीं होने देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। खरगोन में बच्चों को बस से उतारने के बाद पुलिस के पास शिकायत की गई है।
हर साल होता है सम्मेलन
डायोसिस खंडवा के प्रवक्ता फादर जेन एलक्स ने बताया, हर साल समाज के बच्चों के लिए तीन दिवसीय युवा सम्मेलन होता है। इसके लिए चिन्हत करीब 400 बच्चों को खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर से लाया जा रहा था। बच्चों की गाड़ी कुछ लोगों ने रास्ते में रोकी और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाने लगे। जबकि आयोजन की पूर्व सूचना एसडीएम और थाना पुलिस को दी गई थी। लोग अभद्रता करते हुए मारपीट पर आमादा हो गए। आयोजन को रद्द करना पड़ा और बच्चों को रास्ते से ही लौटना पड़ा। यह सब निराशाजनक है। प्रशासन ने सहयोग नहीं किया।
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