नासिक से मंगलवार सुबह एजाज कुरैशी और सना कुरैशी अपने एक वर्ष और चार वर्ष के दो बच्चे के साथ खंडवा स्टेशन पर ट्रेन से उतरे थे। वे यहां प्लेटफार्म नंबर एक व दो के बीच लगी लिफ्ट में सवार होकर पैदल पुल के ऊपर पहुंचे। यहां से पांच नंबरप्लेटफार्म पर गए व फिर इस हिस्से में लगी लिफ्ट से नीचे उतरने लगे। तभी लिफ्ट में बीच में ही फंस गई। वे अचानक लिफ्ट बंद हो जाने से घबरा गए। इसके बाद उनके परिजनों व रेलवे के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई।
रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट ठीक करने के लिए किसी मैकेनिक के नहीं होने से स्थानीय मैकेनिकों को बुलाया गया, जब उनसे भी लिफ्ट नहीं खुली तो सभी लोग और भी डर गए। समय गुजरता जा रहा था। लिफ्ट नीचे गिरने का भी डर था। लिफ्ट में हवा पहुंचाने के लिए जगह बनाई गई व पंखा भी चालू कर दिया गया, जिससे परिवार को थोड़ी राहत मिली। इस दौरान उनके रिश्तेदारों भी खंडवा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और बिस्किट और पानी पहुंचाया गया।
बुरहानपुर से आया मैकेनिक
इधर, जब स्थानीय मैकेनिक इस लिफ्ट को नहीं खोल पाए तो बुरहानपुर से कंपनी के मैकेनिक को बुलाया गया। कंपनी के मैकेनिक ने इमरजेंसी गेट को खोल दिया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस प्रक्रिया में करीब 15 मिनट लगे। खंडवा में लिफ्ट का कोई मैकेनिट नहीं होने के कारण लोगों में रेलवे प्रशासन के प्रति गुस्सा भी नजर आया। बताया जा रहा है कि बीते पांच माह में यह तीसरी घटना है जब लिफ्ट बीच में ही फंस गई थी।