अनुविभागीय अधिकारी एवं पंजीयक सार्वजनिक न्यास खंडवा ने श्री धूनीवाला आश्रम पब्लिक ट्रस्ट के ट्रस्टी/वर्किंग ट्रस्टी प्रकाश बाहेती को जो पत्र जारी किया है, वो 7 अप्रैल (रविवार) 2019 का है। इसे लेकर भी कई तरह की चर्चाएं बाजार में हैं।
15500 स्क्वेयर फीट में निर्माण करेंगे 05 चरण निर्माण के लिए तय किए गए Khandwa ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/07/kd0713_4676219-m.jpg”>
– ट्रस्ट यहां 108 खंभों का लाल-गुलाबी पत्थर का मंदिर निर्माण करा रहा है। 18 फीट ऊंचाई के खंभे होंगे। 101 फीट ऊंचा बड़े दादाजी का मंदिर, 71 फीट ऊंचाई का छोटे दादाजी का मंदिर, 71 फीट ऊंचाई का का मां नर्मदा का मंदिर व 31 फीट ऊंची धूनीमाई के मंदिर की ऊंचाई होगी। 6 साल में निर्माण पूरा होने के दावे हैं। ट्रस्ट का कहना है कि हमने अक्षरधाम बनाने वाले आर्किटेक्ट वीरेंद्र गौतम को साथ लिया है। कांट्रेक्टर से बैंक गारंटी ली है। शिकायकर्ता कौन हैं? क्या वे मंदिर बनवा देंगे?
यह चार बिंदु पढ़ेंगे तो इस मामले से जुड़ी हर जानकारी को आसानी से समझेंगे…
1. किसने की थी शिकायत : हिमांशु अग्रवाल व अन्य ने आयुक्त इंदौर संभाग को शिकायत की थी। इसमें श्री धूनीवाला आश्रम पब्लिक ट्रस्ट खंडवा में आश्रम संचालन एवं मंदिर निर्माण अव्यवस्था व अनियमितता के चलते प्रशासनिक हस्तक्षेप की बात कही गई थी।
2. फिर आगे क्या हुआ : 11 मार्च 2019 को इंदौर संभाग आयुक्त ने इस संबंध में पत्र जारी किया। एसडीएम व सार्वजनिक न्यास पंजीयक ने 7 अप्रैल 2019 को कार्यपालन यंत्री अनुविभागीय अधिकारी विभाग व पंचगण की मौजूदगी में स्थल निरीक्षण किया।
3. निष्कर्ष क्या निकला : पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री ने मत दिया कि नवनिर्माण की डिजाइन, निर्माण कार्य में लगने वाली सामग्री व अभी तक किए गए निर्माण कार्य की विस्तृत व विशेषज्ञ जांच नहीं होने तक निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते कि निर्माण कार्ययोजना कितनी सुरक्षित है।
1 चरण : सबसे पहले धूनीमाई के पास काम शुरू हुआ है, जो 2881 स्क्वेयर फीट है। यहां 20 खंभे लगना है। 2 चरण : श्री छोटे दादाजी महाराज मंदिर का काम होगा। यह 3670 स्क्वेयर फीट है।
3 चरण : श्री बड़े दादाजी महाराज की समाधि के पास खाली जगह 3670 स्क्वेयर फीट पर काम किया जाएगा।
5 चरण : मंदिर विस्तारीकरण के आखिरी चरण में श्री बड़े दादाजी महाराज के मंदिर का काम होगा, जो 3148 स्क्वेयर फीट है।
– धूनीमाई के पास खाली जगह बढ़ाने के लिए पुराने निर्माण के साथ छेड़छाड़ किए जाने से यहां खूब टूट-फूट हो गई है, गुरुपूर्णिमा पर आने वाले भक्त परेशान होंगे।