खंडवा. दादाजी धाम में शुक्रवार से गुरुपूर्णिमा उत्सव शुरू हो गया, शनिवार सुबह पौ फटते ही भक्तों की संख्या बढऩे लगी। अब तक करीब ढाई लाख भक्तों ने दर्शन कर लिए। 50 जत्थों ने 2100 निशान चढ़ाए। रात 8.30 बजे पर्व आरती होगी।इससे पहले शुक्रवार रात 12 बजे से गेट नंबर 1 व 2 से प्रवेश बंद कर भक्तों को छह नंबर गेट से प्रवेश दिया गया। रविवार को भी गुरुपूर्णिमा होने से भीड़ रहने की उम्मीद है। अनुमान है कि रविवार रात तक करीब पांच लाख दादा भक्त दर्शन कर लेंगे।
href="http://www.patrika.com/news/khandwa/gurupurnima-mahotsav-in-dadaji-dhuniwale-khandwa-1616387/" target="_blank" rel="noopener"> मर्जी हो तो रखते, नहीं तो धूनी में स्वाह कर देते थे दादाजी धूनीवाले
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ये है खंडवा का गुरुपूर्णिमा के लिए ट्रैफिक प्लान ..
सैकड़ों किमी पैदल आए, मेजबान बन गया खंडवा
गुरु के प्रति आस्था और सेवा का भाव यहां देखने को मिल रहा है। देशभर के विभिन्न हिस्सों से भक्त जहां पैदल ही खंडवा पहुंच रहे हैं तो वहीं खंडवावासी भी मेजबानी के लिए पूरी तरह से जुट गए हैं। मप्र के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली सहित शेष भारत से आ रहे भक्तों के लिए खंडवा मेजबान बन गया है।
href="http://www.patrika.com/photo/khandwa/dadaji-dhuniwale-khandwa-10-best-images-1004294/" target="_blank" rel="noopener"> दादा दरबार में गुरुपूर्णिमा पर ऐसे जुटते हैं भक्त ..
आप ही पढि़ए, गुरु के प्रति आस्था और भक्ति की पराकाष्ठा के 5 ये किस्से…
1. छाले पड़ गए फिर भी कमजोर नहीं पड़ी आस्था
शहर के मयूर विहार कॉलोनी से सुबह 9 बजे दादाजी भक्त लगातार 7वें वर्ष में निशान लेकर निकले। धपती धूप में पैदल निकले कई भक्तों के पैरों में छाले हो गए लेकिन इनकी आस्था नहीं डिगी।
2. 5 लाख रुपए का सोने का छत्र ये आज चढ़ाएंगे
महाराष्ट्र के खामगांव के भक्तों द्वारा शनिवार को दादाजी धाम में 5 लाख रुपए का सोने का छत्र पेश किया जाएगा। इससे पहले 5 किलो चांदी की पट्टिकाएं बड़े दादाजी की समाधि स्थल पर लगाई गई हैं।
3. 250 पौधे लगाकर दादाजी धाम में बढ़ाई हरियाली
शहर के नर्सरी संचालक विमल धारू ने दादाजी मंदिर परिसर में 250 पौधे, गमले सहित रखवाए हैं। परिसर में हरियाली बढ़ी है। खुद ही आगे होकर विमल ने ये पूरी सेवा की है।
4. मशाल जुलूस लेकर निकलेंगे जलगांव के भक्त
गुरुपूर्णिमा के मुख्य दिन यानि शुक्रवार रात 11.30 से 12 बजे के बीच जलगांव के भक्तों का दल मशाल जुलूस निकालेगा। ये दृश्य देखने के लिए यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
5. 271 किमी हाथों से खींचकर ले आए रथ
– पांढुर्ना से दादाजी भक्तों का जत्था 271 किमी का सफर तय कर पहुंचा। शुक्रवार रात 1.30 बजे इन्होंने निशान चढ़ाए। खासियत ये रही कि इतनी दूर से ये रथ को हाथों से खींचकर लाए। महिलाएं-युवतियां भी शामिल।
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आस्था की हो रही परिक्रमा, भंडारों की हुई शुरुआत
दादाजी धाम पहुंचकर भक्त आस्था की परिक्रमा लगा रहे हैं। शहर में भंडारों की शुरुआत भी हो गई है। शाही पुलाव, वेजेटेरियन पुलाव से लेकर सब्जी-पुरी, दाल-बाफले, पोहा, भजिये, हलवा, दाल-चावल सहित अन्य सामग्री भंडारों से भक्तों को नि:शुल्क मिलेगी।
- 05 लाख रुपए का सोने का छत्र आज चढ़ेगा
- 40 सीसीटीवी कैमरे कर दिए सुरक्षा के मद्देनजर
- 10 बजे सुबह आज सरकारी निशान चढ़ाकर ज्योत बदलेंगे
- 8.30 बजे रात को दादाजी धाम में होगी बड़ी आरती
- 11.30 बजे रात को जलगांव के भक्त निकालेंगे मशाल जुलूस
- 03 वाटरप्रूफ पंडाल तले भक्तों के लिए की गई है व्यवस्था
- 01 नंबर गेट के सामने पुलिस व निगम का कंट्रोल रूम
- 200 भंडारों में भोजन प्रसादी, इतने ही स्टॉलों में स्वल्पाहार की व्यवस्था
href="https://goo.gl/JU1WJ7" target="_blank" rel="noopener"> शिव का अवतार मानते थे लोग, खंडवा में ली थी इन्होंने महासमाधि
एक नजर में मंदिर की व्यवस्था…
परिसर में कुल द्वार:
– 10 प्रवेश द्वार हैं दादाजी मंदिर परिसर में कुल, दो द्वार से प्रवेश वर्जित रहेगा।
यहां से होगा प्रवेश:
– उत्तर तरफ संजयनगर की ओर गेट नंबर 6 से श्रद्धालु अंदर जाएंगे। 5 नंबर गेट से होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे।
यहां से जाएंगे बाहर:
– गेट नंबर 7 से श्रद्धालुओं के मंदिर से बाहर जाने के लिए रैलिंग व बेरिकेटिंग की गई है।
यहां से प्रवेश रहेगा वर्जित
गेट नंबर 1 व 2 से प्रवेश वर्जित रहेगा, गेट नंबर 3 व 4 सेवाधारियों के लिए रिजर्व रहेंगे। भक्त निवास के लिए गेट नंबर 9 को खुला रखा जाएगा।
ये भी जानिए…
- अमूल्य दर्शन गृह नए स्वरूप में आ गया है। यहां सामग्री व्यवस्थित रखने के साथ ही नए चित्र लगा दिए गए हैं। स्वामी विवेकानंदपुरी महाराज भी इसे देखने पहुंचे।
- धूनीमाई के आसपास स्प्रिंक्लर लगाकर पानी के फव्वारे छोड़े जाने की तैयारी थी, लेकिन तेज आंच से पाइप पिघलने के कारण ये कार्ययोजना बदलनी पड़ी।
- दादाजी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद बंदोबस्त को देखते हुए यहां पुलिस बल सक्रिय है। डॉग स्क्वॉड ने भी मौका-मुआयना कर चप्पे-चप्पे पर नजर रखी।
- शहर में भंडारों की शुरुआत हो गई है। शनि मंदिर के सामने दादाजी भक्त मंडल द्वारा भक्तों को डिनर कराया गया। बफेट की तर्ज पर यहां भक्तों ने प्रसादी पाई।
- दादाजी मंदिर जाने वाले मार्ग पर बैतूल से आए भक्तों ने सड़क पर घुटने टिकाकर शीश नवाया और गुरु का आशीष मांगा। इसके बाद ये गुरु धाम की के लिए आगे बढ़े।
दादाजी दरबार की गुरुपूर्णिमा की दिनचर्या…
– तड़के स्नान से आगाज, रात में हवन
– तड़के 3.30 से सुबह 5 बजे तक समाधि स्नान
– सुबह 5 से 6 बजे तक सुबह की आरती होगी
– सुबह 8 से 9 बजे तक प्रात:कालीन बड़ी आरती
– सुबह 10 से 10.30 बजे तक सेवा व भोग
– अपराह्न 3.30 से शाम 5 बजे तक दूध-दही से मालिश व अभिषेक
– शाम 6.30 बजे से सत्यनारायण भगवान की कथा से पहले आरती
– शाम 7.30 बजे सत्यनारायण भगवान कथा की द्वितीय आरती
– रात 8.30 से 9.30 बजे तक दादाजी धाम में मुख्य आरती होगी
– रात 10 बजे से चादर बदलने व भोग लगाए जाने की सेवा
– रात 12 बजे धूनीमाई में हवन की आहुतियां संपूर्ण होगी
(स्नान, अभिषेक व मालिश के समय दर्शन बाहर से हो सकेंगे)