उपेक्षित हैं गुफाएं
जिले के वनांचल क्षेत्रों में कई प्राकृतिक गुफा मौजूद हैं, लेकिन यह प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है। ज्यादातर गुफा में जाने के लिए मार्ग ही नहीं है। पगडंडी व उबड-खाबड़ रास्तों से होकर यहां तक पहुंचा जाता है। यदि मार्ग बना दिये जाते हैं, तो गुफा के इतिहास, संरचना सहित पूरी जानकारी का पता लग सकता है।CG NEWS: छत्तीसगढ़ में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी, CM साय बने कमेटी के अध्यक्ष…
CG Tourism: कुटुबसर की छबि
जगदलपुर में कुटुबसर गुफा देश ही नहीं विदेशों तक अपनी पहचान बना चुकी है। इसी गुफा से मिलती-जुलती सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम बड़ोदा के पास जोगी गुफा स्थित है। गुफा के भीतर स्टेलाइट व स्टेलमाइट की आकृति बनी हुई हैं, जो कि कैल्शियम कार्बोनेट के स्त्राव से बनता है। गुफा अंदर से 40 से 100 मीटर तक लंबाई व चौड़ी है। यह जिले में पहली एकमात्र गुफा है, जो लोगों के विशेष आकर्षण का केन्द्र है।जिले की अन्य चर्चित गुफाएं
गुफा – स्थान – दूरी (किमी में)अवसरपाट – कुमुमघटा/ बोड़ला – 30
देवसरा गुफा – बकेला/ पंडरिया – 75
जोगी गुफा – बड़ोदा/लोहारा – 30
भंवरटोक – बहनदाई/पंडरिया – 41
चरणतीर्थ – आमानारा/बोड़ला – 80
दुरदुरी गुफा – दुरदुरी/ भोरमदेव – 25
किलकिल गुफा – जामुनपानी/बोड़ला – 65
भैसाओदार के पास – नेऊर/पंडरिया – 75